OTT : बॉलीवुड अभिनेता जिम सरभ अपनी बेबाक राय रखने के लिए मशहूर हैं।
जिम सरभ, अपनी आगामी फिल्म ‘पुणे हाईवे’ के सह-कलाकार अमित साध के साथ इस समिट में पहुंचे। थिएटर और OTT दोनों में अपनी प्रतिभा दिखा चुके जिम से जब मंच पर पूछा गया कि क्या वे OTT प्लेटफॉर्म के कंटेंट पर सेंसरशिप का समर्थन करते हैं, तो उन्होंने जवाब दिया कि यदि बच्चों को सही शिक्षा और आत्मनियंत्रण (सेल्फ रेगुलेशन) का ज्ञान दिया जाए, तो OTT पर सेंसरशिप की आवश्यकता नहीं होगी।
जिम सरभ ने कहा, “OTT प्लेटफॉर्म पर आज भी रेटिंग सिस्टम को सही तरीके से लागू नहीं किया जाता। किसी फिल्म या वेब सीरीज को एक निश्चित रेटिंग दी जाती है, जिससे तय किया जाता है कि इसे किस आयु वर्ग के दर्शकों को देखना चाहिए। हालांकि, यह प्रणाली प्रभावी रूप से काम नहीं कर पाती, क्योंकि यहां के लोगों को उचित शिक्षा और आत्म-नियंत्रण (सेल्फ रेगुलेशन) की समझ नहीं है।”
सही शिक्षा की आवश्यकता
जिम सरभ ने आगे कहा कि यदि बच्चों को उचित शिक्षा दी जाए और माता-पिता उनका सही मार्गदर्शन करें, तो वे खुद समझ सकेंगे कि उनके लिए क्या सही है और क्या गलत। बच्चों को निर्णय लेने में सक्षम बनाना अधिक आवश्यक है, बजाय इसके कि उनके लिए फैसले थोपे जाएं। उन्हें नैतिक रूप से सही और गलत की पहचान सिखाई जानी चाहिए। अगर स्कूल भी उन्हें यह समझ विकसित करने में मदद करें, तो इस तरह की समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि इस दिशा में हम अब भी पीछे हैं, इसी कारण OTT पर सेंसरशिप की मांग उठ रही है। अनुचित रेटिंग सिस्टम की वजह से बैन और सेंसरशिप जैसी चर्चाएं हो रही हैं। यदि यह प्रणाली सही तरीके से काम करे, तो उन्हें इस बात की पूरी संतुष्टि होगी कि उनका बच्चा खुद ही ऐसे कंटेंट से दूर रहेगा, जो उसकी उम्र के लिए उपयुक्त नहीं है।