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Lok Sabha Election 2024: 26 अप्रैल को राजस्थान में दूसरे चरण की 13 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा। सभी दलों ने प्रचार के अंतिम दिन अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। 7 सीटों पर बीजेपी मजबूत दिखाई दे रही है। कांग्रेस 5 पर।
26 अप्रैल को राजस्थान में दूसरे चरण की 13 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा। सुबह 7 बजे मतदान होगा। सुरक्षित व्यवस्था की गई है। सभी जिलों को मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं। इससे पहले, सभी दलों ने प्रचार के अंतिम दिन अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि बीजेपी राजस्थान में दूसरे चरण की 13 सीटों में से 7 पर मजबूत दिख रही है। कांग्रेस, हालांकि, बीजेपी को पांच सीटों पर धक्का दे सकती है। एक सीट पर त्रिकोणीय संघर्ष होता है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि बीजेपी चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, राजसंमद, उदयपुर, झालावाड़, पाली और अजमेर में मजबूत है। इसके दो कारण बताए जा रहे हैं। पहला यह है कि बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में इन सभी सीटों से 2 से 4 लाख मतों से अधिक जीत हासिल की थी। दूसरी वजह यह है कि कांग्रेस ने कई सीटों पर गुटबाजी की है। कांग्रेस के विधायक ही प्रत्याशियों के साथ समझौता कर रहे हैं। संगठन अत्यंत कमजोर है। डूंगरपुर-बांसवाड़ा में भारत आदिवासी पार्टी के राजकुमार रौत मजबूत दिखाई देते हैं। यहाँ बीएपी का समर्थन कांग्रेस ने किया है। ऐसे में यह सीट भारत गठबंधन को मिल सकती है।बीजेपी ने यहां से कांग्रेस में रहे पूर्व मंत्री महेंद्र जीत सिंह मालवीया को टिकट दिया है।
केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी बाड़मेर लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले में फंस गए हैं। कांग्रेस प्रमुख बेनीवाल और रविंद्र सिंह भाटी उन्हें चुनौती दे रहे हैं। कैलाश चौधरी ने प्रचार में अपनी पूरी शक्ति लगाई है। कंगन रनौत ने एक रोड शो किया। इस बार कैलाश चौधरी सीट पर फंसा हुआ है। तीनों ही प्रत्याशी एक समान प्रतिस्पर्धा में हैं। जालौर-सिरोही सीट पर भी पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को कड़ी टक्कर मिल रही है। गहलोत ने अपनी पूरी शक्ति लगा दी है। इसके बावजूद, सियासी विश्लेषकों का मानना है कि बीजेपी और कांग्रेस के बीच एक कड़ा मुकाबला है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि कोटा, जोधपुर, जैलमेर-बाड़मेर, जालौर-सिरोही और टोंक-सवाई माधोपुर में कांग्रेस मजबूत दिखाई देती है। टोंक सवाई माधोपुर से बीजेपी के धन कुबेर उम्मीदवार सुखबीर सिंह जौनपुरिया के पास कोई राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता नहीं है। तीसरी बार मैदान है। लेकिन अब उनकी हैट्रिक पर संदेह है। कांग्रेस ने हरीश मीणा को उनके सामने टिकट दिया है। हरीश मीणा सचिन पायलट कैंप से हैं। सचिन पायलट ने अच्छी तरह से प्रचार किया है।
जोधपुर में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को कांग्रेस के करण सिंह कड़ी चुनौती देते हुए दिखाई दे रहे है। ग्रामीण क्षेत्रों में करण सिंह बहुत मजबूत दिखाई देते हैं। दरअसल, बाहरी होने से शेखावत को नुकसान उठाना पड़ सकता है। करण सिंह स्थानीय हो सकता है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला कोटा में फंसा हुआ है। बिरला के पुराने सहयोगी प्रहलाद गुंजल ने कड़ी टक्कर दे रहे है।