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Up lok sabha election 2024: यूपी के रायबरेली में वर्षों से संघर्ष कर रहे दिनेश प्रताप सिंह और मनोज पांडे एक दूसरे से गले मिल गए हैं। यूपी के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इस बैठक में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
लोकसभा चुनाव के दौरान रायबरेली में एक और राजनीतिक घटना घटी है। कांग्रेस और सपा की चिंता दूर करने के लिए राहुल गांधी ने नामांकन दाखिल किया है, जबकि दिनेश प्रताप सिंह और मनोज पांडे, जो वर्षों से विरोधी रहे हैं, एक दूसरे से गले मिल गए हैं। यूपी के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इस बैठक में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। शुक्रवार को दिनेश प्रताप सिंह को लेकर ब्रजेश पाठक सीधे सपा के बागी विधायक मनोज पांडे के घर पहुंचे। ब्रजेश पाठक ने वहाँ दोनों को मिलाने के बाद कहा कि आज दो कट्टर दुश्मनों को दोस्त बना दिया। भाजपा ने योगी सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह को एक बार फिर रायबरेली से प्रत्याशी बनाया है। कहा जा रहा है कि मनोज पांडे का बेटा बीजेपी ज्वाइन करेगा ताकि दिनेश भी उनके समर्थन को लेकर आश्वस्त रहें।
मनोज पांडे अब भाजपा में शामिल हो गए हैं, लेकिन वे तकनीकी रूप से अभी भी सपा के विधायक हैं। भाजपा में रहते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य के बयानों का खुलेआम विरोध करने वाले एकमात्र नेता मनोज पांडे हैं, जो अखिलेश यादव की कोर टीम में एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहे हैं। जिस वर्ष सपा विधायकों ने भाजपा प्रत्याशियों को राज्यसभा चुनाव में वोट दिया, उस वर्ष मनोज पांडे सबसे आगे रहे। मनोज पांडे की सुरक्षा भी कुछ दिनों पहले बढ़ाई गई थी। भाजपा को राज्यसभा चुनाव में वोट देने के बाद रायबरेली से मनोज पांडे को प्रत्याशी बनाने की चर्चा भी हुई।