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Haryana Lok Sabha Result 2024: किसानों की क्रांति और सांगठनिक असहयोग ने रणजीत चौटाला को चुनाव में पराजित कर दिया। इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी जयप्रकाश ने हिसार लोकसभा में भाजपा के रणजीत सिंह को 63381 वोटों से हराकर मैदान मार लिया।
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Haryana Lok Sabha Result 2024: हिसार, हरियाणा में कांग्रेस के प्रत्याशी ने जीत हासिल की है। यहां भाजपा के उम्मीदवार रणजीत सिंह चौटाला को 63381 वोटों से हराया गया है, जबकि कांग्रेस के जयप्रकाश को 570424 वोट मिले हैं। रणजीत सिंह ने 507043 वोट प्राप्त किए हैं। जजपा से नैना और इनेलो से सुनैना चौटाला भी करारी हार गए हैं।
20 वर्ष बाद, जयप्रकाश ने हिसार लोकसभा से चौथी बार चुनाव जीता। जयप्रकाश ने पिछले चार चुनावों से दूसरे नंबर की लड़ाई से भी बाहर चल रही कांग्रेस को जीवंत कर दिया है। जनता ने इस चुनाव में पूरी तरह से भाग लिया। भाजपा को हराने के लिए निकले किसानों ने कांग्रेस को विजयी बनाया।
रणजीत सिंह ने पिछले 15 वर्षों से हिसार में आकर लोगों से मिलने जुलने का प्रयास भी सफल नहीं हुआ। भाजपा ने शहरी मतदाताओं से उतना सहयोग नहीं मिला जितना उम्मीद की गई थी।
Haryana Lok Sabha Result 2024: भाजपा ने हिसार लोकसभा सीट को लेकर निर्दलीय विधायक रणजीत सिंह पर दांव खेला था। भाजपा के टिकट के प्रमुख दावेदार कैप्टन अभिमन्यु, कुलदीप बिश्नोई और रणबीर गंगवा के समर्थकों को इससे निराशा हुई। पार्टी कार्यकर्ताओं को किसी विधायक को पार्टी में शामिल करने और उसे कुछ मिनट बाद ही टिकट देना अच्छा नहीं लगा। कार्यकर्ताओं में असंतोष बढ़ा।
भाजपा के प्रत्याशी रणजीत सिंह ने चुनाव से दो महीने पहले प्रचार शुरू कर दिया। प्रचार के तीसरे दिन से ही उनका विरोध शुरू हुआ। मतदान से चार दिन पहले तक विरोध का अभियान चलता रहा। किसानों ने उनसे प्रश्न पूछते रहे। रणजीत ने कोई उत्तर नहीं दिया। रणजीत सिंह का क्रोध कभी-कभी आग में घी का काम करता था।
भाजपा ने अनुमान लगाया कि उसे हिसार में लगभग सत्तर से आठ हजार लोगों की लीड मिलेगी। उसे हांसी में 30 हजार की लीड़ मिलेगी, आदमपुर और नलवा में 10-10 हजार और बवानीखेड़ा में १५ हजार की लीड़ मिलेगी। बरवाला में प्रतियोगिता बराबरी का रह सकती है। जेपी को नारनौंद, उचाना और उकलाना से एक लाख लीड मिलने पर भी भाजपा को बराबर जीत मिलेगी।
लेकिन हिसार में 36 हजार और हांसी में 6676 भाजपा नेता थे। आदमपुर में कांग्रेस ने 12 हजार से अधिक लोगों को नेतृत्व दिया। कांग्रेस ने नलवा में भी जीत हासिल की। भाजपा की हार इन कारणों से निश्चित थी। हिसार शहरी विधानसभा का बदला समीकरण रणजीत की हार का सबसे बड़ा कारण था।अमित शाह की रैली और डेरा दोनों असफल रहे।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रैली भी भाजपा प्रत्याशी रणजीत सिंह के लिए असफल रही। भाजपा ने रामपाल और डेरा सच्चा सौदा के समर्थकों के साथ भी काम नहीं किया।
भाजपा की पराजय के तीन पहलू
1. किसान आंदोलन से ग्रामीण क्षेत्रों में भाजपा के प्रति आक्रोश
2. निर्दलीय को भाजपा में उतारने के कारण संघ ने सहयोग नहीं दिया
3. पूर्व मुख्यमंत्री मनोहरलाल से नाराज़ होने के बाद भी सुपर मुख्यमंत्री के तौर पर प्रस्तुत करना
कांग्रेस की जीत के तीन सिद्धांत
- भाजपा को हराने के लिए निकले किसानों ने बड़ी संख्या में वोटिंग की
- साथ ही शहरी क्षेत्रों में कांग्रेस का विस्तार और भाजपा की लीड कम होना
- बिश्नोई मतदाताओं को भजन लाल पर मनोहर लाल की टिप्पणी से गुस्सा आया और वे भाजपा से नाराज रहे।
इनेलो जजपा से अधिक वोट बसपा के प्रत्याशी को मिले
बसपा के हिसार के प्रत्याशी देशराज तीसरे स्थान पर हैं। उनके पास 26015 वोट हैं। साथ ही, इनेलो से सुनैना चौटाला ने सिर्फ 22303 वोट पाए और चौथे स्थान पर रहीं। लेकिन नैना चौटाला को 22032 ही मत मिली।