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Border Security Budget 2024 Expectations: बजट में भारत ने पाकिस्तान, चीन और नेपाल की सीमा पर इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लंबे प्रस्तावों पर भी मुहर लग सकती है।
Border Security Budget 2024 Expectations: देश की सीमा को सुरक्षित रखने के लिए आम बजट में अधिक धन खर्च किया जाएगा। बजटीय आवंटन में बढ़ोत्तरी की उम्मीद है, जो खुफिया तंत्र की मजबूती के साथ-साथ नई बटालियन, फ्रटियर और सीमा पर आधारभूत ढांचे को भी शामिल करेगा। गृह मंत्रालय सीमा सुरक्षा, निगरानी, साइबर सुरक्षा और महिला सुरक्षा को बढ़ावा देने वाले प्रस्तावों पर विचार कर रहा है। बीएसएफ एयर विंग को भी अधिक आवंटन मिलने की उम्मीद है।
बुनियादी ढांचे की वृद्धि के लिए प्रतिबद्धता
बजट में सीमा सुरक्षा को बढ़ाने की प्रतिबद्धता भी देखने को मिल सकती है। भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (आई 4 सी) का बजट साइबर चुनौतियों से प्रभावित हो सकता है। इस क्षेत्र के लिए पिछले बजट में भी बजट आवंटन लगभग 70% तक बढ़ा था।
साइबर सुरक्षा पर संजीदा है मोदी सरकार
अधिकारियों ने कहा कि केंद्र सरकार साइबर सुरक्षा के बढ़ते महत्व पर चिंतित है। इस क्षेत्र में आधारभूत ढांचे को मजबूत करने का अभियान निरंतर चल रहा है। बजट में भारत ने पाकिस्तान, चीन और नेपाल की सीमा पर इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लंबे प्रस्तावों पर भी मुहर लग सकती है।
पिछले बजट से क्या प्राप्त हुआ
बीएसएफ एयर विंग, एयरक्राफ्ट, रिवर बोट और हेलीबेस योजनाओं के लिए पिछले बजट में आवंटन 78.19 करोड़ रुपये से 263 करोड़ रुपये कर दिया गया था, और यह रुझान बजट में बना रहेगा।
यही कारण था कि आई 4 सी का बजट 94.40 करोड़ रुपये से 150.95 करोड़ रुपये हो गया। इस उत्पाद में फिर से वृद्धि का संकेत है। पिछली बार निर्भया फंड के आवंटन में कमी हुई थी। महिला सुरक्षा को लेकर इस बार भी अधिक बजट आवंटित होने की उम्मीद है।
और क्या-क्या उम्मीदें हैं?
सुरक्षा बलों के नवाचार के लिए भी अधिक आवंटन की आशा है। सेना के अर्धसैनिक बलों (सीआरपीएफ, बीएसएफ और सीआईएसएफ) को पिछले वर्ष की तुलना में अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए दस से पन्द्रह फीसदी ज्यादा राशि दिए जाने की उम्मीद है।