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जल संसाधन मंत्री एवं भरतपुर जिला प्रभारी मंत्री श्री सुरेश सिंह रावत ने कहा कि भरतपुर के लिए पहली बार प्रदेश के बजट में महत्वपूर्ण घोषणाएं हुई हैं। सभी विभाग 7 दिवस में कार्ययोजना बनाकर क्रियान्विति शुरू करें।
मंत्री श्री सुरेश सिंह रावत ने बजट घोषणाओं में भूमि चिन्हित कर आवंटित करने तथा प्रत्येक 15 दिवस में मॉनिटरिंग कर प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
जिला प्रभारी मंत्री ने कलेक्ट्रेट सभागार में बजट— 2024 की विभागवार घोषणाओं की चर्चा करते हुए उपस्थित अधिकारियों को कहा कि भरतपुर जिले को पहली बार विशेष प्राथमिकता देते हुए जनहित के कार्यों, मूलभूत सुविधाओं एवं वर्षों से चली आ रही समस्याओं के निराकरण की दिशा में बजट में प्रावधान किया गया है।
उन्होंने कहा कि सभी विभाग बजट घोषणाओं की क्रियान्विति समय पर किये जाने के लिए आगामी 7 दिवस में कार्ययोजना बनाकर मुख्यालय भिजवायें। जिन कार्यों की डिजायन तैयार की जानी हैं अथवा निविदाएं आमंत्रित की जानी हों, उनमें नियमानुसार 15 दिवस में प्रक्रिया शुरू करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश को अग्रणी पंक्ति में खडा करने के लिए बजट में किये गये प्रावधान आने वाले समय में क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए कारगर साबित होंगे। उन्होंने चम्बल नदी आधारित वृहद पेयजल परियोजनाओं एवं ईआरसीपी के तहत किये गये प्रावधानों को शीघ्र अमलीजामा पहनाने के लिए सम्बंधित विभागों को धरातल पर जाकर कार्ययोजनानुसार गति प्रदान करने के निर्देश दिए।
प्रति 15 दिवस करें मॉनिटरिंग
जिला प्रभारी मंत्री ने कहा कि सभी बजट घोषणाओं की जिला स्तर पर प्रत्येक 15 दिवस में प्रगति की मॉनिटरिंग की जाकर समयबद्ध रूप से क्रियान्विति सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जनहित के कार्यों, मूलभूत सुविधाओं से जुडे कार्यों को प्राथमिकता देते हुए भूमि चिन्हिकरण व आवंटन की प्रक्रिया शीघ्रता से पूरी की जाये। उन्होंने एक से अधिक विभागों के माध्यम से पूरी की जाने वाली बजट घोषणाओं में आपसी समन्वय रखते हुए जिला कलक्टर के निर्देशन में प्रतिमाह का लक्ष्य तय कर कार्य करने के निर्देश दिए।
जिला प्रभारी मंत्री ने सामाजिक सुरक्षा योजनाओं एवं विभागवार व्यक्तिगत लाभ की योजनाओं के सम्बंध में की गई बजट घोषणाओं की चर्चा करते हुए कहा कि सभी विभाग योजनाओं की पात्रता के आधार पर पात्र व्यक्ति को स्वप्रेरित होकर लाभान्वित करें। उन्होंने मुख्यमंत्री समृद्धि योजना में स्ट्रीट वेण्डर्स को स्वरोजगार के लिए ऋण उपलब्ध कराने, सामाजिक सुरक्षा योजना में पात्र व्यक्तियों का चयन करने, वृद्धजनों, कामकाजी महिलाओं, एकल नारी के लिए बजट में किये गये प्रावधानों का प्रचार-प्रसार कर लाभान्वित करने के निर्देश दिए।
जिला प्रभारी मंत्री ने कर्मशिला भवन, नवीन स्वीकृत चिकित्सा संस्थानों, फूड पार्क, जूलोजिकल पार्क आदि बडी परियोजनाओं के लिए भूमि चिन्हित कार्य को प्राथमिकता से करते हुए स्थानीय जनप्रतिनिधियों से संवाद कर भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए शीघ्र आवंटन कराने के निर्देश दिए। उन्होंने नवीन जीएसएस निर्माण, भरतपुर शहर में फ्लाईओवर, मंदिरों के सौंदर्यीकरण, गिर्राज कैनाल एवं अन्य नहरों के सुदृढीकरण कार्य की डीपीआर शीघ्र तैयार कराने के निर्देश दिए।
सहकारिता शासन सचिव एवं जिला प्रभारी सचिव श्रीमती शुचि त्यागी ने कहा कि सभी विभाग बजट घोषणाओं को धरातल पर साकार करने के लिए टीम भावना से कार्य करने के लिए अभी से जुट जायें। उन्होंने निर्माण सम्बंधी कार्यों की गुणवत्ता एवं जनहित के कार्यों की मॉनिटरिंग करते हुए समयबद्ध रूप से कार्य करने के निर्देश दिए।
वैर विधायक श्री बहादुर सिंह कोली ने बजट घोषणाओं में सभी विभागों को मौका निरीक्षण कर कार्ययोजना बनाने का सुझाव दिया। डीग-कुम्हेर विधायक डॉ. शैलेष सिंह ने कहा कि सरकार की मंशानुरूप समयबद्ध रूप से कार्य पूरे कराये जायें। बयाना विधायक श्रीमती ऋतु बनावत ने पेयजल योजनाओं, विद्युत सब स्टेशन निर्माण एवं ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण के बारे में सुझाव दिये।
जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव ने विभागवार बजट घोषणाओं के लिए जिला स्तर पर की गई तैयारी एवं भूमि चिन्हिकरण सम्बंधी प्रगति के बारे में पीपीटी के माध्यम से विस्तार से जानकारी दी।
जिला प्रभारी मंत्री श्री सुरेश सिंह रावत ने जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ बस में बैठकर शहर में बजट घोषणाओं की क्रियान्विति की तैयारियों एवं लोहागढ़ किला व सुजानगंगा के संरक्षण के लिए प्रस्तावित कार्ययोजना का निरीक्षण किया।
जिला प्रभारी मंत्री कलेक्ट्रेट परिसर से बस में बैठकर शहर भ्रमण पर निकले, जहां यातायात सुव्यवस्थित करने एवं शहर के सौंदर्यकरण, ऐतिहासिक एवं पुरामहत्व के स्थलों के संरक्षण कार्यों का मौके पर जाकर निरीक्षण किया। उन्होंने शहर में बाढ़ नियंत्रण के लिए प्रगतिरत सीएफसीडी के विकास कार्यों को मौके पर देखकर प्रगति की जानकारी ली तथा गुणवत्ता के साथ समय पर पूरा कराने के निर्देश दिए। उन्होंने काली बगीची से बिजलीघर चौराहा होते हुए आरबीएम अस्पताल तक प्रस्तावित फ्लाईओवर के स्थल का अवलोकन कर जिला प्रशासन द्वारा बनायी गयी कार्य योजना के सम्बंध में चर्चा की। उन्होंने रेडक्रॉस सर्कल के पास सीएफसीडी के प्रगतिरत कार्य का निरीक्षण कर अब तक किये जा चुके कार्य की जानकारी ली तथा मानसून के सीजन को देखते हुए पानी निकासी की व्यवस्था करते हुए शेष कार्य को गुणवत्ता के साथ पूरा कराने के निर्देश दिए।
जिला प्रभारी मंत्री ने सुजानगंगा का मौके पर जाकर अवलोकन किया तथा साफ-सफाई के लिए किये जा रहे प्रयासों एवं अब तक जिला स्तर पर किये गये कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि ईआरसीपी योजना में शामिल किये जाने से अब सुजानगंगा में पानी की आवक निर्बाध होगी तथा रिवाइज्ड डीपीआर तैयार किये जाने से संरक्षण कार्य को गति के साथ पूरा किया जा सकेगा। उन्होंने सुजानगंगा में नियमित साफ-सफाई एवं सुरक्षा दीवारों की मरम्मत के लिए किये जा रहे कार्यों की जानकारी लेकर वृहद कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए।
उन्होंने लोहागढ़ किला परिसर का निरीक्षण कर ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण के कार्यों एवं बजट घोषणा में किये गये प्रावधानों के बारे में चर्चा की तथा समयबद्ध कार्य कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कर्मशिला भवन निर्माण के बाद किले में संचालित भवन बाहर शिफ्ट होंगे ऐसे में ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण के साथ किला परिसर में वृक्षारोपण का प्लान बनाकर कार्य पूरे किये जायें।
जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव ने ड्राईंग के माध्यम से शहर में चल रहे प्रमुख विकास कार्यों, बजट में प्रस्तावित कार्यों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने सीएफसीडी की प्रगतिरत कार्य, लोहागढ़ किला स्थित किशोरी महल के संरक्षण व लाईट एण्ड साउण्ड शो के बारे में विस्तार से बताया। इस अवसर पर सम्भागीय आयुक्त श्री सांवरमल वर्मा, जिला पुलिस अधीक्षक श्री मृदुल कच्छावा, सचिव यूआईटी श्री ऋषभ मण्डल सहितअन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित रहे।
Source: https://dipr.rajasthan.gov.in/