Agriculture Minister Gurmeet Singh
- कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुडियान ने पंजाब भवन में किसान यूनियनों के साथ राज्य स्तरीय बैठक की
- किसी भी उत्पाद को डीएपी और अन्य उर्वरकों के साथ टैग करने पर सख्त कार्रवाई होगीः कृषि मंत्री
पंजाब के कृषि और किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुडियान ने सोमवार को किसान यूनियनों को आश्वासन दिया कि धान की फसल की खरीद आज से ही शुरू हो जाएगी और राज्य सरकार रबी फसलों की सुचारू बुवाई के लिए डायमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस कदम का उद्देश्य किसानों को समय पर सहायता प्रदान करना और एक निर्बाध बुवाई प्रक्रिया सुनिश्चित करना है।
कृषि मंत्री ने यह भी घोषणा की कि रबी सीजन की मांगों को पूरा करने के लिए अक्टूबर के लिए 2.50 लाख मीट्रिक टन डीएपी उर्वरक आवंटित किया गया है। राज्य को इस आवंटन से पहले ही 22,204 मीट्रिक टन डीएपी प्राप्त हो चुका है, जिसमें अतिरिक्त 15,000 मीट्रिक टन वर्तमान में पारगमन में है। राज्य को अब तक लगभग 1.77 लाख मीट्रिक टन डीएपी प्राप्त हो चुका है। अब तक 51,612 मीट्रिक टन डीएपी के समतुल्य विभिन्न फॉस्फेटिक विकल्प भी प्राप्त हुए हैं, जिनकी कुल उपलब्धता 2,27,563 मीट्रिक टन है। यह आवंटन कृषि उत्पादकता बढ़ाने और किसानों की बुवाई की आवश्यकता को पूरा करने के लिए सरकार के प्रयासों का हिस्सा है।
मुख्य सचिव श्री अनुराग वर्मा, विशेष मुख्य सचिव कृषि श्री के. ए. पी. सिन्हा, प्रमुख सचिव खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले श्री विकास गर्ग, मार्कफेड के प्रबंध निदेशक श्री गिरीश दयालन और खुफिया प्रमुख श्री आर. के. जैसवाल सहित पंजाब सरकार के शीर्ष अधिकारियों के साथ राज्य स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए गुरमीत सिंह खुडियान ने इस बात की पुष्टि की कि मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार हमारे अन्नदाताओं के कल्याण के लिए समर्पित है। (farmers). सरकार कृषक समुदाय के लिए भरपूर फसल और समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक संसाधन और सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
किसान यूनियनों की चिंताओं को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री ने आश्वासन दिया कि डीएपी का 60% सहकारी समितियों को आवंटित किया जाएगा, जबकि शेष 40% उर्वरक डीलरों को जाएगा। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि डीएपी और अन्य उर्वरकों के साथ किसी भी उत्पाद की कालाबाजारी या टैगिंग को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने किसान नेताओं से ऐसी किसी भी घटना की रिपोर्ट करने का आग्रह किया ताकि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
SOURCE: https://ipr.punjab.gov.in