Tips for Kids for Summer Safety: तेज गर्मी और धूप बच्चों की त्वचा को भी प्रभावित करते हैं। ऐसे में बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए इन बेबी केयर सुझावों का पालन करें।
Tips for Kids for Summer Safety: बच्चों की सेहत सबसे पहले मौसम बदलने से प्रभावित होती है। बच्चों की इम्यूनिटी कमजोर होने से वे व्यस्क लोगों की तुलना में अधिक बीमार होते हैं। June महीने के शुरू होते ही भयंकर गर्मी ने भी अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। बच्चों को धूप और लू से बचाना मुश्किल है। शिशुओं की त्वचा नरम होती है और बहुत संवेदनशील है। यही कारण है कि गर्मियों में उन्हें दाने, रैशेज और लालिमा जैसी समस्याएं ज्यादा परेशान कर सकती हैं। इतना ही नहीं, छोटे बच्चों को वयस्कों की तुलना में अधिक ओवरहीटिंग का खतरा होता है।इस गर्मी में अपने बच्चे को सेहतमंद और एक्टिव रखना चाहते हैं तो इन टिप्स का पालन करें।
हीट रैशेज –
छोटे बच्चों की पसीने की ग्रंथियां पूरी तरह से विकसित नहीं हुई हैं। यही कारण है कि गर्मियों में उन्हें हीट रैश या प्रिकली हीट होने का सबसे अधिक खतरा रहता है। ऐसे में शिशु को नहलाते समय साबुन न लगाएं और उसे सिर्फ सूती कपड़े पहनाएं।
नहलाने से बचें—
शिशु को बीमार होने के डर से माएं उसे हर दिन नहलाने से बचती हैं। लेकिन ऐसा मत करो। शिशु को पसीना आ सकते हैं, जो एलर्जी का संकेत हो सकता है। गर्मियों में शिशु को हर दिन नहलाया जा सकता है, लेकिन ध्यान रखें। हर दिन एक ही समय पर नहलाएं और पानी का सही तापमान रखें।
सूती कपड़े पहनना चाहिए-
बच्चों को गर्मियों में हमेशा सूती और ढीले कपड़े पहनाएं। ऐसे कपड़े बच्चों को पसीना सोखने के लिए भी अच्छे हैं।
मॉश्चराइजर को न भूलें:
गर्मियों में बच्चों को नहलाने के बाद अक्सर लोग मॉश्चराइजर नहीं लगाते। लेकिन ऐसा न करें। ग्रीष्मकाल में भी शिशुओं की स्किन को हाइड्रेट रखना महत्वपूर्ण है। इसके लिए उसे हर दिन मॉश्चराइजर लगाना चाहिए।
ज्यादा डायपर नहीं पहनना चाहिए-
छोटे बच्चों को गर्मियों में डायपर पहनाने से रैशेज की समस्या हो सकती है। जिससे बचने के लिए बच्चे को डायपर बहुत देर तक नहीं पहनाना चाहिए। बच्चे की स्किन को भी सांस लेने के लिए कुछ देर खुला छोड़ दें। कपड़े पहनाने से पहले बेबी टेलकम पाउडर लगाना अनिवार्य है। ऐसा करने से बच्चों की स्किन में रगड़ लगने का डर कम होता है और उन्हें लालिमा या इरिटेशन की समस्याएं नहीं होती।
बहुत सारा पानी पिलाएं-
गर्मियों में बच्चों को दिन में कई बार पानी पिलाना चाहिए। ऐसा करने से उनकी मांसपेशियां हाइड्रेटेड रहती हैं। डॉक्टरों ने बताया 1 से 3 साल के बच्चे को चार कप पानी पीना चाहिए, 4 से 8 साल के बच्चे को छह कप, 9 से 13 साल के बच्चे को आठ कप और 14 से 18 साल के बच्चे को कम से कम बारह कप पीना चाहिए।
खाने में फल और सब्जी-
गर्मी में बच्चों को हल्का भोजन हमेशा देने की कोशिश करें। इसके लिए समर फ्रेंडली फल और सब्जियां अपनी डाइट में शामिल करें। उनके शरीर को ठंडा रखने में ये चीजें मदद करेंगी। बच्चों को खाना चाहिए: खरबूजा, तरबूज, खीरा, बैरीज, पाइन एप्पल और संतरे।