Home राज्यदिल्ली CM Arvind Kejriwal: मेरे प्राण चले जाएं तो गम मत करना; सरेंडर से पहले केजरीवाल ने भावुक टिप्पणी की; परेशान होने का भय

CM Arvind Kejriwal: मेरे प्राण चले जाएं तो गम मत करना; सरेंडर से पहले केजरीवाल ने भावुक टिप्पणी की; परेशान होने का भय

by editor
CM Arvind Kejriwal: मेरे प्राण चले जाएं तो गम मत करना; सरेंडर से पहले केजरीवाल ने भावुक टिप्पणी की; परेशान होने का भय

दिल्ली के CM Arvind Kejriwal ने अपनी दोबारा जेल जाने से पहले भावुक अपील की है। आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष केजरीवाल ने कहा कि जब वह जेल चले जाएं तो लोग उनके माता-पिता का ध्यान रखें।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दोबारा तिहाड़ जेल जाने से पहले एक बार फिर दिल्लीवासियों से भावुक अपील की है। केजरीवाल ने कहा कि जब वह जेल चले जाएं तो लोग उनके माता-पिता का ध्यान रखें और उनके लिए प्रार्थना करें। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने चिंता व्यक्त की कि इस बार उन्हें जेल में अधिक कष्ट मिल सकता है। उन्होंने कहा कि यदि देश बचाने में उनके प्राण भी चलें जाएं तो लोगों को गम नहीं करना चाहिए।

शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में केजरीवाल ने कहा, ‘परसों मुझे सरेंडर करना है,’ सुप्रीम कोर्ट की अंतरिम जमानत पर आभार जताते हुए। पता नहीं, अब कब तक यह लोग मुझे जेल में रखेंगे, लेकिन यह मुझे तोड़ नहीं सकते। जेल में इन्होंने कई दिनों तक इंसुलिन के इंजेक्शन बंद कर दिए। मेरा वजन कम हो गया। मेरा कीटोन लेवल भी बहुत बढ़ गया है। पता नहीं, यह लोग ऐसा क्यों करना चाहते है। परसों तीन बजे सरेंडर करने के लिए अपने घर से निकलूंगा।’

केजरीवाल ने कहा कि इस बार उन्हें और अधिक प्रताड़ित किया जा सकता है। केजरीवाल ने दिल्लीवासियों को विश्वास दिलाया कि उनका काम रुकेगा नहीं। CM ने कहा, ‘अपना ध्यान रखना। जेल में आपकी स्थिति मुझे चिंतित करती है। यदि आप खुश रहेंगे तो केजरीवाल भी खुश होगा। मैं चाहे जहां रहूं, दिल्ली के काम नहीं रुकने दूंगा; आपके सारे काम चलते रहेंगे। आपकी बिजली, नगर क्लीनिक, दवा, बस यात्रा सब मुफ्त रहेंगे। लौटकर सभी माताओं-बहनों को एक हजार रुपये प्रति महीने देने की शुरुआत करूँगा।

केजरीवाल ने कहा, “आज मैं आपसे अपने परिवार के लिए कुछ मांगना चाहता हूँ।” मेरे माता-पिता बूढ़े हो गए हैं। मेरी मां बार-बार बीमार हो जाती है। मुझे जेल में उनकी बहुत चिंता रहती है। मेरे पीछे से मेरे माता-पिता का ख्याल रखना और उनके लिए दुआ करना। भगवान से प्रार्थना करना। भगवान से प्रार्थना करना। दुआओं में बड़ी ताकत होती है। यदि तुम मेरी मां के लिए हर दिन प्रार्थना करते हो तो वह निश्चित रूप से स्वस्थ रहेगी। मेरी पत्नी सुनीता बहुत मजबूत हैं। उन्होंने जिंदगी के हर मुश्किल वक्त में मेरा बहुत साथ दिया है। जब मुश्किल वक्त आता है तो पूरा परिवार एकजुट हो जाता है। आप सबने मुश्किल वक्त में मेरा बहुत साथ दिया है। हम सब मिलकर तानाशाही से लड़ रहे हैं।  देश को बचाने के लिए यदि मुझे कुछ हो जाए, यदि मेरे प्राण भी चले जाएं तो गम मत करना। आपकी प्रर्थनाओं की वजह से ही आज में जिंदा हूं और आगे भी आपका आशीर्वाद मेरी रक्षा करेगा। अंत में बस यह कहना चाहता हूं, भगवान ने चाहा तो आपका यह बेटा बहुत जल्द वापस आएगा। जयहिंद।

 

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