Haryana News: हरियाणा के सरकारी और एडिड कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के शिक्षकों को भी स्कूली शिक्षकों की तर्ज पर उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित किया जाएगा।
Haryana News: उच्चतर शिक्षा विभाग ने पुरस्कार नीति में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। हले पंद्रह वर्षों की सर्विस का मूल्यांकन होता था, लेकिन अब दस वर्षों की सेवा का मूल्यांकन कर सम्मान दिया जाएगा। प्रदेश स्तर पर चौदह पुरस्कार मिलेंगे। एक लाख रुपये नकद और प्रशस्ति-पत्र विजेता को मिलेंगे।
उच्चतर शिक्षा विभाग की संशोधन नीति CM नायब सिंह सैनी ने मंजूरी दी है। इस बदलाव से नए शिक्षकों को भी पुरस्कार मिलेंगे।
दरअसल, विभाग ने राज्य शिक्षक पुरस्कार की योजना शुरू की है जो उत्कृष्ट शैक्षणिक, पाठ्यचर्या और पाठ्येतर असाइनमेंट में योगदान देने वाले शिक्षकों को पुरस्कृत करेगा जो सरकारी, एडिड और कॉलेजों में काम करते हैं। पुरस्कारों का उद्देश्य शिक्षण क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित करना है।
योजना के तहत उच्च शिक्षा के शिक्षक असाधारण शैक्षणिक क्षमता, शिक्षण की गुणवत्ता और पेशेवर क्षमता, स्थानीय समुदाय के साथ जुड़ाव, उत्कृष्ट आचरण और टीम भावना का उपयोग करेंगे। हर साल कुल 14 राज्य पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा। यह उच्चतर शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले राज्य विश्वविद्यालयों को दो पुरस्कार देगा, सरकारी कॉलेजों को आठ पुरस्कार देगा और हरियाणा में सरकारी सहायता से चलने वाले निजी कॉलेजों को चार पुरस्कार देगा। राज्य विश्वविद्यालय द्वारा विज्ञान, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य विज्ञान, वाणिज्य और प्रबंधन, मानविकी और सामाजिक विज्ञान संकायों को एक पुरस्कार दिया जाएगा। सरकारी कॉलेज के विज्ञान संकाय को 2, भाषा, मानविकी, सामाजिक विज्ञान संकाय को 4 और वाणिज्य और प्रबंधन संकाय को 2 पुरस्कार मिलेंगे। विज्ञान संकाय में 1, भाषा, मानविकी, सामाजिक विज्ञान संकाय में 2 और वाणिज्य और प्रबंधन संकाय में 1 पुरस्कार सरकारी सहायता प्राप्त निजी संस्थाओं को मिलेगा।
गौरखनाथ के नाम पर होगा हिसार का कॉलेज
हरियाणा सरकार ने हिसार के राजकीय विश्वविद्यालय का नाम गुरु गौरखनाथ रखने का निर्णय लिया है। उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा प्रस्तावित प्रस्ताव को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मंजूरी दी है, जो जिले की रिपोर्ट पर आधारित है। विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि इसके लिए मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी। कॉलेज ने पहले गुरु गौरक्षकनाथ का नाम रखा था। अब इसका नाम बदलकर गुरु गौरखनाथ रखा जाएगा।