फरवरी 2022 से Rohit Sharma भारत के स्थायी टेस्ट कप्तान रहे हैं, लेकिन अब परिस्थितियां बदल चुकी हैं, और BCCI ने उनके भविष्य की रणनीति बनाना शुरू कर दिया है।
विराट कोहली के कप्तानी छोड़ने के बाद Rohit Sharma फरवरी 2022 से भारत के स्थायी टेस्ट कप्तान रहे हैं। लेकिन मौजूदा परिस्थितियां काफी बदल चुकी हैं, जहां लगातार खराब प्रदर्शन के चलते उनकी टेस्ट टीम में जगह भी अब सुनिश्चित नहीं लग रही। खराब फॉर्म के कारण ही उन्होंने सिडनी में खेले गए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पांचवें मैच से खुद को बाहर कर लिया था। भले ही Rohit Sharma फॉर्म में वापसी कर लें, लेकिन यह तथ्य नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कि इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज से पहले वह 38 साल के हो जाएंगे। इसी कारण बीसीसीआई ने उनके भविष्य की योजना पर काम करना शुरू कर दिया है।
हालांकि, तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह हाल के दिनों में उप-कप्तान की भूमिका निभाते नजर आए हैं, लेकिन उनकी फिटनेस को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं। इसी कारण बीसीसीआई उनके टेस्ट कप्तान बनने को लेकर संशय में है। “बुमराह के लिए लंबी टेस्ट सीरीज या पूरा सीजन खेलना हमेशा अनिश्चित रहेगा, इसलिए चयनकर्ता ज्यादा स्थिर विकल्प की तलाश में हैं।”
केएल राहुल को लेकर अनिश्चितता
बीसीसीआई के पास कप्तानी के ज्यादा विकल्प नहीं हैं, जहां दावेदारों में केएल राहुल और ऋषभ पंत का नाम भी शामिल है। हालांकि, बीते 12-15 महीनों में Rohit Sharma ने अच्छा प्रदर्शन किया है, फिर भी ऐसा नहीं लगता कि बोर्ड उनके या टीम में उनकी भूमिका को लेकर पूरी तरह आश्वस्त है। दूसरी ओर, पंत को कप्तानी के मजबूत दावेदार के रूप में देखा जा रहा है। उन्हें पहले ही संभावित कप्तान माना गया था, लेकिन उनकी कार दुर्घटना के कारण स्थिति बदल गई।
इस खिलाड़ी की दावेदारी ने सबको चौंकाया
दावेदारों की सूची में शुभमन गिल का नाम भी शामिल है, जो वनडे और टी-20 में उप-कप्तान हैं, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में उनका प्रदर्शन उतना प्रभावी नहीं रहा। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस सूची में यशस्वी जायसवाल का नाम भी जुड़ गया है। महज 22 साल के यशस्वी ने सिर्फ 18 महीने पहले टेस्ट क्रिकेट में कदम रखा था, लेकिन उनकी शानदार प्रतिभा ने बीसीसीआई को उनके नाम पर गंभीरता से विचार करने के लिए मजबूर कर दिया है।