Home राज्यउत्तर प्रदेश UP Lok Sabha Elections: भाजपा की अंतिम चरण की 13 में से 3 सीटों पर क्या चुनौतियां हैं?

UP Lok Sabha Elections: भाजपा की अंतिम चरण की 13 में से 3 सीटों पर क्या चुनौतियां हैं?

by editor
UP Lok Sabha Elections: भाजपा की अंतिम चरण की 13 में से 3 सीटों पर क्या चुनौतियां हैं?

 UP Lok Sabha Elections अब अंतिम चरण में है। इस चरण में उत्तर प्रदेश की 13 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा। इनमें से तीन सीटें (घोसी, बलिया और गाजीपुर) में भाजपा को जीतना कठिन होगा।

लोकसभा चुनाव अब अंतिम चरण में है। इस चरण में उत्तर प्रदेश की 13 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा। इनमें से तीन सीटें, घोसी, बलिया और गाजीपुर, भाजपा को पिछले दो चुनावों की तुलना में अधिक जीत हासिल करने की चुनौती है। 2022 के विधानसभा चुनाव में इन तीनों संसदीय क्षेत्रों की 15 में से सिर्फ दो में भाजपा ने जीत हासिल की थी। 2019 के आम चुनाव में भी घोसी ने गाजीपुर में बीजेपी को हराया था। यह महत्वपूर्ण है कि 2022 के चुनाव में ओम प्रकाश राजभर के सपा में शामिल होने से भाजपा में जातीय समीकरण खराब हो गया था। इस गलती को पार्टी ने इस लोकसभा चुनाव में सुधार कर ओम प्रकाश राज्जभर को फिर से साथ ले लिया है।

यूपी की सातवें व अंतिम चरण की सीटों में घोसी, महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर और राबर्ट्सगंज शामिल हैं। 2019 के चुनाव में इनमें से घोसी और गाजीपुर को छोड़कर भाजपा ने सभी सीटें जीतीं। भाजपा इस बार भी इन दोनों सीटों से परेशान दिखती है, इन दोनों के अलावा, भाजपा को बलिया में जीत बरकरार रखने के लिए कई परिस्थितियों का सामना करना होगा।

2022 के विधानसभा चुनाव से जोड़कर घोसी, गाजीपुर और बलिया लोकसभा क्षेत्र में भाजपा के सामने आ रही चुनौती को देखा जा रहा है। इन तीनों संसदीय क्षेत्रों की 15 विधानसभा सीटों में से सिर्फ दो में भाजपा ने जीत हासिल की थी। विपक्षी सपा गठबंधन और बसपा ने बचे हुए सीटों को जीता। भाजपा ने गाजीपुर में एक भी सीट नहीं जीती। भाजपा ने घोसी लोकसभा क्षेत्र में पांच में से सिर्फ एक, मधुबन, जीता था।

2022 में सलेमपुर संसदीय क्षेत्र में भी विपक्ष सही रहा। यहां पांच में से दो सीटें विपक्ष को मिली। सपा ने एक सीट जीती, जबकि सुभासपा ने दूसरी सीट जीती। भाजपा को राहत मिलेगी कि 2022 में सपा गठबंधन का हिस्सा सुभासपा अब एनडीए का हिस्सा होगा। यही कारण है कि उपरोक्त चारों सीटों में सुभासपा के प्रत्येक विधायक भाजपा से जुड़े हुए हैं।

सात लोस सीटों में एक भी विधानसभा में विपक्ष नहीं

साथ ही, इस चरण में सात सीटें ऐसी हैं जहां 2022 में विपक्ष नहीं आ सकता था। भाजपा, सहयोगी दल (एस) और निषाद पार्टी ने गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, वाराणसी, मिर्जापुर और राबर्ट्सगंज की सभी सीटें जीतीं। वहीं विपक्ष केवल चंदौली और महाराजगंज में जीता था।

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