CM Yogi Adityanath ने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्रद्धेय चौधरी चरण सिंह जी की 122वीं जयन्तीके अवसर पर आयोजित किसान सम्मान दिवस कार्यक्रम को सम्बोधित किया
- मुख्यमंत्री ने चौधरी चरण सिंह जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर, उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की प्रगतिशील किसानों, कृषक उत्पादक संगठनों, विशिष्ट महिला कृषकों को सम्मानित किया
- कृषि उद्यमियों, कृषि वैज्ञानिकों तथा पराली प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों को सम्मानित किया
- मुख्यमंत्री कृषक उपहार योजना के अन्तर्गत 11 कृषकों को ट्रैक्टर वितरित करने के पश्चात ट्रैक्टरों का फ्लैग ऑफ किया
- प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व एवं मार्ग दर्शन में चौधरी चरण सिंह जी के कथन कि ‘यदि किसान गरीब होगा, तो भारत अमीर नहीं हो सकता’ को ध्यान में
रखकर देश व प्रदेश में अनेक कृषक हितैषी कार्य किए जा रहे, पूरी दुनिया इन कार्यों को मॉडल के रूप में स्वीकार कर रही: मुख्यमंत्री - प्रधानमंत्री जी ने किसानों के मुद्दों को भारत के राजनैतिक एजेंडे का हिस्सा बनाकर, उन्हें प्राथमिकता प्रदान करने का कार्य किया
- प्रधानमंत्री जी द्वारा किसानों की आमदनी को दोगुना करने के लिए उठाए गए कदमों के अच्छे परिणाम देश व प्रदेश में देखने को मिल रहे
- विगत साढ़े 07 वर्षों में 02 लाख 61 हजार करोड़ रु0 की धनराशि किसानों के खाते में डी0बी0टी0 के माध्यम से भेजी गई
- प्रदेश में विगत साढ़े 07 वर्षों में 23 लाख हेक्टेयर अतिरिक्त भूमि पर सिंचाई की सुविधा प्रदान की गई
- प्रदेश में पहले से स्थापित ट्यूबवेलों को सोलर पैनल से जोड़ने का कार्य किया जा रहा
- प्राकृतिक कृषि पद्धति अपनाने से गोमाता की रक्षा के साथ-साथ केमिकल तथा फर्टिलाइजर के दुष्प्रभाव से मुक्त अनाज उत्पादित किया जा सकेगा
UP CM Yogi Adityanath जी ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व एवं मार्ग दर्शन में देश व प्रदेश में अनेक कृषक हितैषी कार्य किए जा रहे हैं। किसान हित के लिए वर्ष 2014 से प्रारम्भ किए गए कार्य अभूतपूर्व एवं अभिनन्दनीय हैं। पूरी दुनिया इन कार्यों को मॉडल के रूप में स्वीकार कर रही है। इनमें सॉइल हेल्थ कार्ड व उन्नत किस्म के बीजों की उपलब्धता, कृषि को तकनीक से जोड़ने का कार्य, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि आदि अनेक योजनाएं सम्मिलित हैं। यह सभी कार्य चौधरी चरण सिंह जी के कथन कि ‘यदि किसान गरीब होगा, तो भारत अमीर नहीं हो सकता’ को ध्यान में रखकर किये जा रहे हैं।
भारत को समृद्ध बनाने के लिए हमें अन्नदाता किसानों को समृद्ध बनाना पड़ेगा। मुख्यमंत्री जी आज यहां विधान भवन परिसर में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्रद्धेय चौधरी चरण सिंह जी की 122वीं जयन्ती के अवसर पर आयोजित किसान सम्मान दिवस कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने भारत रत्न श्रद्धेय चौधरी चरण सिंह जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर, उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री जी ने मुख्यमंत्री कृषक उपहार योजना के अन्तर्गत 11 कृषकों को ट्रैक्टर वितरित करने के पश्चात ट्रैक्टरों का फ्लैग ऑफ किया।
मुख्यमंत्री जी ने उच्चतम कृषि उत्पादकता, मधुमक्खी पालन, प्राकृतिक कृषि, औद्यानिक कृषि, संरक्षित कृषि आदि के लिए प्रगतिशील किसानों, कृषक उत्पादक संगठनों, विशिष्ट महिला कृषकों को सम्मानित किया। उन्होंने कृषि उद्यमियों, कृषि वैज्ञानिकों तथा पराली
प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों को भी सम्मानित किया। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने किसानों के मुद्दों को भारत के राजनैतिक एजेंडे का हिस्सा बनाकर, उन्हें प्राथमिकता प्रदान करने का कार्य किया। आज देश व प्रदेश में प्रधानमंत्री जी द्वारा किसानों की आमदनी को दोगुना करने के लिए उठाए गए कदमों के अच्छे परिणाम देखने को मिल रहे हैं। प्रदेश में वर्ष 1996 से वर्ष 2017 तक कुल 22 वर्षों में 95 हजार करोड़ रुपए गन्ना किसानों को प्रदान किए गए थे। वर्ष 2017 से वर्ष 2023-24 तक कुल साढ़े 07 वर्षों में 02 लाख 61 हजार करोड़ रुपए की धनराशि किसानों के खाते में डी0बी0टी0 के माध्यम से भेजी गई है। प्रधानमंत्री जी ने कृषि लागत को कम करने तथा उत्पादन को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया है। हम इसके माध्यम से किसानों को समृद्ध कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य पर प्रकृति और परमात्मा की असीम कृपा है। प्रदेश की भूमि अत्यन्त उर्वर है। यहां पर्याप्त जल संसाधन हैं। प्रदेश में विगत साढ़े 07 वर्षों में 23 लाख हेक्टेयर अतिरिक्त भूमि पर सिंचाई की सुविधा प्रदान की गई है। प्रदेश सरकार ने 14 लाख निजी नलकूपों को निःशुल्क विद्युत उपलब्ध कराने का कार्य किया है। प्रतिवर्ष दो से ढाई हजार करोड़ रुपए की उपलब्धता सुनिश्चित कर राज्य सरकार किसानों को निःशुल्क विद्युत उपलब्ध करवा रही है। प्रदेश में पहले से स्थापित ट्यूबवेलों को सोलर पैनल से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। प्रधानमंत्री कुसुम योजना के अन्तर्गत भी यह कार्य किये जा रहे हैं। किसानों को प्रोक्योरमेंट के माध्यम से एम0एस0पी0 के दाम उपलब्ध कराने तथा शून्य बजट खेती के माध्यम से प्राकृतिक खेती को प्राथमिकता के आधार पर आगे बढ़ाने के लिए केन्द्र तथा प्रदेश सरकार के स्तर पर अनेक प्रयास किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने देश व किसानों हेतु किए गए कार्यों के लिए श्रद्धेय चौधरी चरण सिंह का स्मरण करते हुए कहा कि श्रद्धेय चौधरी साहब की जयन्ती प्रदेश में वर्ष 2002 से किसान सम्मान दिवस के रूप में मनाई जा रही है। आज यहां कृषि के अलग-अलग क्षेत्रों में कार्य करने वाले अन्नदाता किसानों तथा कृषि वैज्ञानिकों को सम्मानित किया गया है। मुख्यमंत्रीकृषक उपहार योजना के अन्तर्गत 11 कृषकों को ट्रैक्टर प्रदान किए गए हैं। गोरखपुर के किसान श्री श्याम दुलारे यादव को गेहूं उत्पादन के लिए प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया है। इन्होंने प्रति हेक्टेयर खेती में 79 किं्वटल गेहूं का उत्पादन किया है। जालौन के श्री हेमंत कुमार ने प्रति हेक्टेयर 45 किं्वटल मटर का उत्पादन किया है। औरैया के श्री राजेंद्र कुमार ने प्रति हेक्टेयर 44 किं्वटल 40 किलो सरसों का उत्पादन किया है। पीलीभीत के श्री नन्दलाल ने प्रति हेक्टेयर 90 किं्वटल 20 किलो धान का उत्पादन किया है। बहराइच के श्री राम वचन सिंह ने प्रति हेक्टेयर 80 किं्वटल 64 किलो मक्का का उत्पादन किया है। आजमगढ़ के श्री राम लगन सिंह ने प्रति हेक्टेयर 28 किं्वटल 40 किलो उड़द का उत्पादन किया है। फिरोजाबाद के श्री काशी चरण सिंह ने प्रति हेक्टेयर 13 किं्वटल तिल का उत्पादन किया है। मुख्यमंत्री जी ने कृषि विभाग को निर्देशित किया कि इन किसानों की कृषि पद्धति को कृषि विज्ञान केन्द्रों तक पहुंचाने तथा वहां किसानों के डेलिगेशन के सामने इन्हें सम्मानित किया जाना चाहिए। अन्य किसानों को प्रशिक्षित करने के लिए इन किसानों का उद्बोधन भी कराया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के अनेक किसान प्राकृतिक खेती से जुड़े हुए हैं। जनपद हमीरपुर की श्रीमती उर्मिला देवी ने प्रति हेक्टेयर 42 किं्वटल 80 किलो ज्वार का उत्पादन किया है। गोरखपुर के श्री अनिल कुमार ने प्रति हेक्टेयर 20 किं्वटल कोदो का उत्पादन किया है। गोरखपुर के श्री सुभाष ने प्रति हेक्टेयर 30 किं्वटल 50 किलो रागी का उत्पादन किया है। गोरखपुर के श्री वीरेंद्र सिंह ने प्रति हेक्टेयर 24 किं्वटल 10 किलो सावा का उत्पादन किया है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज यहां कृषि वैज्ञानिक तथा विशिष्ट महिला कृषकों को भी सम्मानित किया गया है। विशिष्ट श्रेणी की महिला किसानों में लखनऊ की श्रीमती राजकुमारी को मधुमक्खी पालन, श्रीमती कल्पना को मशरूम उत्पादन, गोरखपुर की श्रीमती बबली वर्मा
को कुक्कुट पालन के लिए सम्मानित किया गया है। इन किसानों ने खेती से उद्यमिता की ओर कदम बढ़ाए हैं। यह अत्यन्त अभिनन्दनीय कार्य है। उन्होंने कहा कि आज कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक श्री प्रशांत कुमार को भी सम्मानित किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमें कृषि लागत को कम करने के लिए विष मुक्त खेती की ओर जाने की आवश्यकता है। हम धरती को मां कहते हैं, हमें इनकी सेहत का ख्याल भी रखना होगा। इसके लिए ड्रिप इरीगेशन तथा अन्य नूतन तकनीकों को अपनाना पड़ेगा ताकि कम पानी में अधिक उत्पादन किया जा सके। प्राकृतिक कृषि पद्धति अपनाने से गोमाता की रक्षा के साथ-साथ केमिकल तथा फर्टिलाइजर के दुष्प्रभाव से मुक्त अनाज उत्पादित किया जा सकेगा। किसानों को इसके बारे में प्रशिक्षण तथा जानकारी प्रदान करना आवश्यक है। प्रदेश में लगभग सवा लाख एकड़ क्षेत्रफल पर प्राकृतिक खेती की जा रही है। इसको और अधिक विस्तार देने की आवश्यकता है ताकि आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को उज्ज्वल व सुरक्षित किया जा सके। कृषि अब घाटे का सौदा नहीं है यदि हम ईमानदारी के साथ कृषि कार्य करेंगे तो इसके अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे।
उप मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि श्रद्धेय चौधरी चरण सिंह जी ने कृषि को उत्कृष्टता प्रदान करने व किसानों की सेवा में अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित कर दिया। प्रधानमंत्री जी ने चौधरी चरण सिंह जी की जयन्ती को किसान सम्मान दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया। उन्होंने चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न प्रदान कर देशभर के किसानों का सम्मान किया है। प्रदेश में मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में किसान हित के लिए अनेक कार्य किये गये हैं। प्रदेश गेहूं, चीनी व दुग्ध उत्पादन में देश में प्रथम स्थान पर है। प्रदेश सरकार ने किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए कृषि सिंचाई क्षमता को बढ़ाने का कार्य किया है। मुख्यमंत्री जी के मार्गदर्शन में किसानों को बड़े पैमाने पर सम्मानित करने का कार्य किया गया है।
कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में कृषि क्षेत्र के नवाचार के माध्यम से प्रदेश तेज गति से अग्रसर हुआ है। कृषकांे को अनेक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रदान किया जा रहा है। राज्य में विगत कुछ वर्षों मंे कृषि उत्पादन में लगभग 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह, मत्स्य मंत्री श्री संजय निषाद, सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जे0पी0एस0 राठौर, कृषि राज्य मंत्री श्री बलदेव सिंह ओलख, विधायक श्रीमती जय देवी, डॉ0 नीरज बोरा, श्री अमरेश कुमार, श्री रामचंद्र प्रधान, लखनऊ की महापौर श्रीमती सुषमा खर्कवाल, उत्तर प्रदेश गो-सेवा आयोग के अध्यक्ष श्री श्याम बिहारी गुप्ता, मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त श्रीमती मोनिका एस0 गर्ग, प्रमुख सचिव कृषि श्री रवीन्द्र कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, प्रगतिशील किसान तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।