PM Narendra Modi : कोली शेट्टी शिवकुमार, जो वाराणसी से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। शेट्टी का नामांकन करने वाली महिला ने ही केस कराया है।
कोली शेट्टी शिवकुमार, जो वाराणसी से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। शेट्टी का नामांकन करने वाली महिला ने ही तहरीर देकर केस दर्ज कराया है। शेट्टी पर महिला ने धोखाधड़ी और धमकी का आरोप लगाया है। महिला ने भेलूपुर थाने में शिकायत दी, जिसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं, शेट्टी ने यह भाजपा का दबाव बताया है। इस बारे में चुनाव आयोग को दो दिन पहले पत्र भेजा गया था।
प्रधानमंत्री मोदी सहित वाराणसी लोकसभा क्षेत्र से 41 प्रत्याशियों ने नामांकन किया था। 33 नामांकन पर्चा जांच में खारिज हो गए। इसके बाद मैदान में केवल आठ प्रत्याशी थे। यह युग तुलसी पार्टी के प्रत्याशी कोली शेट्टी शिव कुमार को भी शामिल करता है। शेट्टी ने सोनारपुरा निवासी रमेश कुमार की पत्नी मंजू देवी को अपना प्रस्तावक चुना है।
शुक्रवार को संजू देवी (मंजू) ने भेलूपुर थाने में शेट्टी पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया। इसमें उनका देवर महेश साहनी नाव चलाता था। महेश एक आदमी मुमुक्ष घर के पास पाया। उन्होंने गोरक्षा समिति का प्रमुख बताया। वह भी गोरक्षा के लिए तैयार हो गई जब उसने महेश से गोरक्षा समिति में शामिल करने को कहा। उसने समिति में सदस्य बनने के लिए उनके आधार कार्ड की एक प्रति ली और एक कागज पर हस्ताक्षर कर दिया।
मंजू देवी (संजू देवी) ने कहा कि उन्हें अपने पिता से पता चला कि कोली सेट्टी शिवकुमार ने उनका नाम प्रस्तावक के रूप में लोकसभा चुनाव में लिखा है। मैं उस आदमी को नहीं जानता, न उसने प्रस्तावक के तौर पर हस्ताक्षर किए हैं, न उसने कचहरी की है।
उसने धोखे से उनका आधार कार्ड लिया और अपने नामांकन में इस्तेमाल किया था। जब वह आधार कार्ड मांगने गई, तो उसे धमकाया गया। उसे बताया गया कि आधार कार्ड की कॉपी नहीं देंगे, इसलिए उसे निकाल दिया गया। महिला की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
स्थानीय भाजपा नेता और पुलिस पर महिला को धमकाने का लगाया आरोप
साथ ही, शेट्टी ने वाराणसी में एक वरिष्ठ भाजपा नेता का नाम लिखते हुए आरोप लगाया कि पुलिस के साथ महिला प्रस्तावक को धमकाने के लिए उसके घर गए थे। इस बारे में शेट्टी ने दो दिन पहले ही उत्तर प्रदेश और भारत निर्वाचन आयोग को पत्र लिखा था। अपने पत्र में शेट्टी ने कहा कि वाराणसी के भाजपा नेता पुलिस के साथ मेरी प्रस्तावक के घर पहुंचे थे। लोग चाहते थे कि मेरी प्रस्तावक का नाम वापस लिया जाए।
सात मई को शेट्टी ने आयोग को भेजे पत्र में बताया कि वह पहले वाराणसी लोकसभा सीट से दो सेट में नामांकन दाखिल किया था। 13 मई को उसने दोनों सेटों में फिर से नामांकन दाखिल किया। मेरी प्रस्तावक भी नामांकन के समय मेरे साथ थी, लेकिन उसे कलक्ट्रेट के अंदर नहीं जाने दिया गया। 15 मई को रात 12 बजे, वाराणसी के एक भाजपा नेता ने पुलिस बल के साथ मेरी प्रस्तावक को धमकाया और उसे प्रस्तावक के रूप में अपना नाम वापस लेने को कहा।
एफआईआर के बाद क्या बोले शेट्टी
कोली शेट्टी शिवकुमार ने एफआईआर दर्ज होने के बाद कहा कि मैंने ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का आशीर्वाद लेकर अपने चुनाव अभियान का शुभारंभ किया था। उसने बताया कि मैं अभी तिरुमला में बाबा का आशीर्वाद लेने आया हूँ। एफआईआर रिपोर्ट मिली है। यह सब सत्तादल के इशारे पर हो रहा है। इस बारे में शिकायत चुनाव आयोग को दो दिन पहले भेजी गई थी। सभी प्रस्तावकों का समर्थन और हस्ताक्षर सही हैं। निष्पक्ष जांच सब कुछ सही पाएगी।