Shani Dev Aarti: हिंदू धर्म में हर दिन का एक अलग महत्व है। शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित होता है। ज्योतिष में शनिदेव को पापी और क्रूर ग्रह कहा जाता है।
हिंदू धर्म में हर दिन बहुत महत्वपूर्ण है। शनिवार शनि देव को समर्पित है। ज्योतिषीय दृष्टिकोण से शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है, जबकि धार्मिक दृष्टिकोण से शनिदेव को पापी और क्रूर ग्रह कहा जाता है। शनिवार को शनिदेव को विधिपूर्वक पूजा जाता है। इस दिन शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए उनकी आरती करना अनिवार्य है।
Shani Dev Aarti
जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी।
सूर्य पुत्र प्रभु छाया महतारी॥
जय जय श्री शनि देव….
श्याम अंग वक्र-दृष्टि चतुर्भुजा धारी।
नी लाम्बर धार नाथ गज की असवारी॥
जय जय श्री शनि देव….
क्रीट मुकुट शीश राजित दिपत है लिलारी।
मुक्तन की माला गले शोभित बलिहारी॥
जय जय श्री शनि देव….
मोदक मिष्ठान पान चढ़त हैं सुपारी।
लोहा तिल तेल उड़द महिषी अति प्यारी॥
जय जय श्री शनि देव….
देव दनुज ऋषि मुनि सुमिरत नर नारी।
विश्वनाथ धरत ध्यान शरण हैं तुम्हारी॥
जय जय श्री शनि देव भक्तन हितकारी।।