Governor Haribhau Bagde
Governor Haribhau Bagade ने “इण्डिया सीएसआर एण्ड ईएसजी समिट 2024′ में भाग लिया
Governor Haribhau Bagade: “इंडिया सीएसआर आउटलुक रिपोर्ट 2024” का लोकार्पण किया
- कहा, कॉरपोरेट जगत राष्ट्र के सतत विकास के संवाहक बनें
Governor Haribhau Bagade ने कहा कि कॉर्पोरेट जगत सामाजिक दायित्व समझते हुए राष्ट्र के सतत विकास के संवाहक बनें। उन्होंने कहा कि समाज से जितना लाभ लिया जाए, उसे नैतिक मूल्य रखते हुए सभी लौटाएं भी ताकि सामाजिक समरसता और संतुलन बना रहे।
श्री बागडे गुरूवार को नई दिल्ली में आयोजित “इण्डिया सीएसआर एण्ड ईएसजी समिट 2024′ में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि “विकसित भारत 2047′ का लक्ष्य देश को आर्थिक महाशक्ति ही नहीं बनाना है बल्कि राष्ट्र को सामाजिक रूप में भी सशक्त कर सर्वांगीण विकास के लिए कार्य करना है। उन्होंने औद्योगिक संगठनों, निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के अंतर्गत कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी के अंतर्गत समाज में सभी क्षेत्रों में विकास और अच्छी कार्यदिशाओं के साथ खुशहाली बढ़ाने की दिशा में कार्य किए जाने पर जोर दिया।
राज्यपाल ने सीएसआर के तहत प्राकृतिक खेती में भी सहयोग करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि किसानों को देशी बीज, रसायन रहित खेती के लिए प्रशिक्षण और कम पानी में अधिक पैदावार के लिए प्रशिक्षण दिए जाने पर भी सीएसआर के तहत कार्य हो।
इससे पहले राज्यपाल श्री बागडे ने इंडिया सीएसआर आउटलुक रिपोर्ट 2024 का लोकार्पण और वहीं आयोजित प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया।
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Governor Haribhau Bagde सुनील सागर जी के अवतरण दिवस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए
Governor Haribhau Bagde ने सोमवार को किशनगढ़ में आचार्य श्री सुनील सागर जी महाराज के अवतरण दिवस पर पहुंचकर उनका आशीर्वाद लिया।
श्री बागडे ने आचार्य श्री सुनील सागर जी के अवतरण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में उन्हें प्रणाम निवेदित करते हुए कहा कि संत-महात्मा जीवन की सार्थकता के संवाहक है। सुख इस बात में नहीं है कि हम जीवन में सुख सुविधाओं का उपभोग करते हैं। इस बात में है कि हम जीवन की सार्थकता को जीते है।
उन्होंने कहा कि साधु-साधवी जीवन के प्रेरणा स्रोत होते है। समाज में उनकी उपस्थिति से ही यह जीवन धन्य होता है। उन्होंने आचार्य श्री सुनील सागर जी को तपस्वी बताते हुए कहा कि उनके कर्म आदर्श का अनुपम उदाहरण है। इस अवसर पर सभी को उनके बताए उपदेशों, आदर्श और तपस्या के उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए।
श्री बागडे ने कहा कि आचार्य सन्मति सागर जी से 11 वर्ष की आयु में ही दीक्षा- शिक्षा लेकर आचार्य सुनील सागर जी जीवन के सर्वोत्कृष्ट पद पर बैठे हैं। आपने जिस मनोयोग से, तपोयोग से और अपने शुभ उपदेशों से इस पद को शोभित किया, वह वंदनीय है। उन्होंने अहिंसा, सदाचार, सत्य, शाकाहार को अपनाने, भगवान महावीर के ‘जियो और जीने दो’ के संदेश को आत्मसात कर जीवन को धन्य करने का आव्हान किया।
राज्यपाल श्री बागडे ने जैन तीर्थंकर आचार्य ऋषभ देव सहित 24 तीर्थंकरो और उनके उपदेशों पर भी चर्चा कर आदर्श जीवन जीने पर जोर दिया। राज्यपाल ने आचार्य सुनील सागर जी के 47 वें अवतरण दिवस पर उनके दीर्घायु होने, स्वस्थ और सम्पन्न जीवन जीने की कामना की। उन्होंने कार्यक्रम में ”महासाहू दिगम्बरा”, ”कन्या बने कनक” और ”जैनाचार विज्ञान” पुस्तक का लोकार्पण भी किया।
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Governor Haribhau Bagde ने धानक्या स्थित राष्ट्रीय स्मारक स्थल पहुंचकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय को श्रद्धा सुमन अर्पित किए
Governor Haribhau Bagde ने बुधवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय के धानक्या स्थित राष्ट्रीय स्मारक स्थल पहुंचकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। उन्होंने बाद में वहां पर पंडित जी के जीवन से जुड़ी स्मृतियों के संग्रहालय का भी अवलोकन किया और कहा कि उनका सम्पूर्ण जीवन आदर्श का आलोक था।
श्री बागडे ने कहा कि एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने युगीन संदर्भों में भारतीय सनातन संस्कृति को आधुनिक दृष्टि दी।उन्होंने पंडित जी के साथ की यादें भी साझा की और कहा कि उनका सान्निध्य किसी महामानव के समीप रहने की अनुभूति है।
राज्यपाल ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी ने एकात्म मानववाद की मौलिक विचार दृष्टि ही हमें नहीं दी बल्कि अंत्योदय के विचारों और शिक्षाओं से आम जन के कल्याण के लिए प्रेरित किया। उन्होंने मुंबई में पंडित जी के सान्निध्य को याद करते हुए कहा कि पंडित दीनदयाल जी की कथनी और करनी एक थी। वह विराट मानवीय दृष्टि के युगपुरुष थे।
राजस्थान धरोहर बोर्ड के अध्यक्ष श्री ओंकार सिंह लखावत ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला।
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Governor Haribhau Bagde की अध्यक्षता में प्रदेश के विश्वविद्यालयों को NAAC नेक रैंकिंग हेतु बैठक आयोजित
Governor Haribhau Bagde
Governor Haribhau Bagde की अध्यक्षता में मंगलवार को राजभवन में प्रदेश के विश्वविद्यालयों को NAAC नेक रैंकिंग सुनिश्चित कराने के लिए विशेष बैठक का आयोजन हुआ। बैठक में राज्यपाल ने राज्य के सभी वित्तपोषित विश्वविद्यालयों की आवश्यक रूप से नेक रैंकिंग करवाने और इसके लिए सभी तैयारियां करने के निर्देश दिए। उन्होंने अभी से इस संबंध में विश्वविद्यालयों के अंतर्गत ऑनलाइन व ऑफलाइन डाक्यूमेंटेशन शुरू करने और शिक्षा की गुणवत्ता में वृद्धि, विश्वविद्यालय में मौलिक शोध और पेटेंट आदि जरूरी मुद्दों पर प्रभावी कार्यवाही किए जाने का आह्वान किया।
बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की गाइडलाइन के अनुसार इस संबंध में तैयारी करने तथा विश्वविद्यालयों में इन्क्यूबेशन एवं इनोवेशन सेंटर की स्थापना करने, भारतीय ज्ञान परंपरा, राष्ट्र प्रेम आदि पर पाठ्यक्रम चलाए जाने पर चर्चा हुई।
राज्यपाल के सचिव डा. पृथ्वी ने नेक कमेटी के अंतर्गत विश्वविद्यालयों की नेक रैंकिंग करवाने के लिए समयबद्ध और प्राथमिकता से कार्य किए जाने पर जोर दिया।
बैठक में इस अवसर पर नेक कमेटी संयोजक डॉ. आरुषि अजय मलिक, शासन सचिव, उच्च शिक्षा विभाग, राजस्थान सरकार एवं कमेटी सदस्य प्रो. आंनद भालेराव, कुलपति राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय किशनगढ़ अजमेर, प्रो कन्हैया लाल श्रीवास्तव, कुलपति जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर, प्रो. सुनीता मिश्रा, कुलपति मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय उदयपुर, डॉ. कैलाश सोडाणी, कुलपति वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय कोटा, प्रो. एस. के सिंह, कुलपति राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय कोटा मौजूद रहे।
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