CM Bhajan Lal : जनआकांक्षाओं को पूरा करना राज्य सरकार का लक्ष्य
- विधायक सरकार और जनता के बीच अहम कड़ी
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने यहां कहा कि राज्य सरकार छात्रों को स्कूल स्तर पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करके उनकी तकदीर बदलने के लिए अथक प्रयास कर रही है।
माल रोड पर स्थित शहीद मेजर रविइंदर सिंह संधू सरकारी कन्या सीनियर सेकेंडरी स्मार्ट स्कूल की नई इमारत को लोगों को समर्पित करने के बाद छात्रों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में शिक्षा क्रांति लाई है, जिसने सामाजिक-आर्थिक अंतर को भरते हुए छात्रों की किस्मत बदल दी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा क्षेत्र को सबसे अधिक प्राथमिकता दे रही है क्योंकि छात्रों की भलाई से बढ़कर कुछ भी महत्वपूर्ण नहीं है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पहले माता-पिता सरकारी स्कूलों में दी जाने वाली शिक्षा पर विश्वास नहीं करते थे, लेकिन अब ये स्कूल आधुनिक शिक्षा के मंदिर बन गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी कारण बड़ी संख्या में छात्र कॉन्वेंट स्कूलों से सरकारी स्कूलों में दाखिला लेने के लिए आ रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पानी और बुनियादी ढांचा उनकी सरकार की पांच प्रमुख प्राथमिकताएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि छात्रों की भलाई के लिए पंजाब के सरकारी स्कूलों में शिक्षा के बेहतर अभ्यास अपनाए जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बठिंडा में लड़कियों का सबसे बड़ा और इकलौता स्कूल है, जहां 2200 लड़कियां पढ़ाई कर रही हैं और 1958 में बने इस स्कूल के नवीनीकरण की सख्त जरूरत थी। उन्होंने बताया कि स्कूल की नई पांच मंजिला इमारत 11 करोड़ रुपये की लागत से बनाई गई है, और इसमें स्मार्ट क्लासरूम, साइंस लैब, कंप्यूटर लैब, लाइब्रेरी सहित 73 कमरे हैं। भगवंत सिंह मान ने बताया कि पहले यह स्कूल दो शिफ्टों में चलता था, लेकिन अब छात्रों की भलाई के लिए यह एक ही शिफ्ट में चलेगा।
शिक्षा के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा की गई अन्य पहलों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने पांच दिवसीय नेतृत्व विकास कार्यक्रम के लिए 202 प्रिंसिपलों/शिक्षा अधिकारियों के छह बैच सिंगापुर भेजे हैं। उन्होंने बताया कि इसी तरह पिछले सप्ताह 72 होनहार प्राइमरी अध्यापकों के एक बैच को पेशेवर प्रशिक्षण के लिए फिनलैंड भेजा गया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसी तरह 152 हेडमास्टर/शिक्षा अधिकारियों के तीन बैच, अत्याधुनिक अकादमिक प्रशिक्षण के लिए आईआईएम अहमदाबाद भी भेजे गए थे। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि राज्य के छात्र पंजाब में विश्व स्तरीय शिक्षा प्राप्त कर हर क्षेत्र में देश का नाम रोशन करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने स्कूल शिक्षा विभाग में 10 वर्षों से अधिक समय से काम कर रहे 12,316 योग्य कर्मचारियों को नियमित किया है। उन्होंने बताया कि इसी तरह अप्रैल 2022 से अब तक कुल 10,361 अध्यापक भर्ती किए जा चुके हैं और अन्य नए अध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया भी जारी है। भगवंत सिंह मान ने बताया कि स्कूल की सुरक्षा और साफ-सफाई के लिए लगभग 82 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुल 118 सरकारी स्कूलों को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस “स्कूल ऑफ एमिनेंस” के रूप में तब्दील किया जा रहा है, और राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में हाई-स्पीड फाइबर वाई-फाई इंटरनेट कनेक्शन के लिए 29.3 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। भगवंत सिंह मान ने बताया कि सरकारी स्कूलों के सभी छात्रों को यूनिफॉर्म वितरित की जा चुकी हैं और छात्रों को मुफ्त यूनिफॉर्म देने के लिए लगभग 35 करोड़ रुपये का बजट जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग पंजाब द्वारा 118 स्कूल ऑफ एमिनेंस और लड़कियों के 17 सीनियर सेकेंडरी स्कूलों के लिए ट्रांसपोर्ट सुविधा भी शुरू की गई है।
Atishi On Delhi Electricity Price: दिल्ली की मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाली आम आदमी पार्टी (आप) की नेता आतिशी ने बीजेपी पर साजिश रचने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि चार महीने तक मैं मुख्यमंत्री रहूंगी तो मैं दिल्लीवासी की रक्षा करूंगी, मैं वादा करती हूं कि हम दिल्ली वालों का बिजली बिल नहीं बढ़ने देंगे.
शुक्रवार (20 सितंबर) को उन्होंने कहा, “बीजेपी यूपी में बिजली दर में 118 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है।” इस साल गर्मी के मौसम में भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश सरकार ने वहीं आठ-आठ घंटे के पावर कट लगाए। नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और साहिबाबाद में ये आठ-आठ घंटे के पावर कट हो रहे थे. दूर दराज के गांवों में नहीं लग रहे थे। ऐसे में बीजेपी का बिजली का क्या मॉडल है? इनका मॉडल लंबे-लंबे पावर कट और सबसे मंहगी बिजली है.”
आतिशी ने कहा, “यही कारण है कि दिल्लीवालों को फिर से चुनकर लेकर आएं और उन्हें फिर से दिल्ली का सीएम बनाएं। वरना जो आज हम यूपी में देख रहे हैं वहीं हमें दिल्ली में देखने को मिलेगा। आज अरविंद केजरीवाल का बिजली मॉडल, 24 घंटे बिजली और सबसे सस्ती बिजली है.
आतिशी ने बताया कि 19 जून को दिल्ली में आठ हजार चार सौ मेगावाट की पीक डिमांड पर भी पावर कट नहीं हुए। यानी दिल्ली सरकार हर दिन बिजली प्रदान करती है। दिल्ली में 37 लाख उपभोक्ता जीरो बिजली बिल पर हैं, जबकि 15 लाख परिवार ऐसे हैं जिन्हें बिजली आधे दाम पर मिलती है.
दिल्ली की नई सीएम ने कहा,”अगर इसे बीजेपी शासित अन्य राज्यों से तुलना करें, तो दिल्ली में सबसे सस्ती बिजली मिलती है।” दिल्ली में 400 यूनिट का 980 रुपये का बिजली बिल मिलता है। वहीं बिजली का बिल गुजरात में 2044 रुपये, हरियाणा में 2300 रुपये, उत्तर प्रदेश में 2900 रुपये, मध्य प्रदेश में 3800 रुपये और महाराष्ट्र में 4460 रुपये है।”
उन्होंने कहा कि इसलिए दिल्लीवासियों को मिलकर फरवरी में होने वाले चुनावों में केजरीवाल को फिर से सीएम बनाना होगा, जिससे 24 घंटे बिजली और सबसे सस्ता पानी मिलेगा। मैं दिल्ली की जनता को बचाने का प्रयास करूंगी जब तक मैं अगले चार महीने तक दिल्ली के सीएम पद पर रहूँगी, क्योंकि मुझे पता है कि बीजेपी एलजी के माध्यम से कोई न कोई साजिश होगी।
दिल्ली में 37 लाख परिवारों का बिजली बिल जीरो आता है। 15 लाख परिवारों को बिजली आधे दाम पर मिलती है। अगर इसे बीजेपी शासित अन्य राज्यों से तुलना करें, तो दिल्ली में सबसे सस्ती बिजली मिलती है।
दिल्ली में 400 यूनिट बिजली का बिल 980 रुपए आता है। वहीं, गुजरात के अहमदाबाद में 2044 रुपए,… pic.twitter.com/OuukQzVwzt
— AAP (@AamAadmiParty) September 20, 2024