Delhi University के परिसर में भगवान राम के नाम पर एक सभागार बनेगा, जबकि वीर सावरकर के नाम पर कॉलेज का नामकरण पहले ही किया जा चुका है।
Delhi University : कुलपति ने ओपन लर्निंग में समय के साथ बदलाव की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि हमें देश में दूरस्थ शिक्षा के स्वरूप को बदलना होगा। उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे पूरे पाठ्यक्रम को एक वेब सीरीज की तरह तैयार करें और 40-45 मिनट के आकर्षक वीडियो बनाएं।
Delhi University के दूरस्थ और सतत शिक्षा विभाग (मुक्त शिक्षण विद्यालय) में बुधवार को श्रीराम नामक सभागार की नींव रखी गई। इस मौके पर रेडक्रास सोसाइटी-दिल्ली शाखा की अध्यक्ष और शिक्षाविद् संगीता सक्सेना मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रही। कार्यक्रम की अध्यक्षता दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह ने की। इस अवसर पर उत्कृष्ट विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया गया।
इस मौके पर Delhi University के कुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह ने शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यदि आप अपनी उपस्थिति से दूसरों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लाते हैं, तो आप सच्चे रूप से सफल हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पैसा और पद सफलता के कुछ मापदंड हो सकते हैं, लेकिन ये सफलता के एकमात्र मापदंड नहीं हैं।
वीर सावरकर के नाम पर कॉलेज की नींव रखी जा चुकी है। इस दौरान कुलपति ने ओपन लर्निंग में समय के अनुसार बदलाव की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि हमें देश की दूरस्थ शिक्षा के रूप को बदलना होगा। शिक्षकों को पूरे पाठ्यक्रम को एक वेब सीरीज की तरह तैयार करने और 40-45 मिनट के आकर्षक वीडियो बनाने का सुझाव दिया।
इस अवसर पर संगीता सक्सेना ने कहा कि ओपन लर्निंग उन लोगों के लिए है जिनमें सीखने की उत्कंठा होती है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि हमें कुछ मिलता है, तो हमें उसे वापस देने की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। कार्यक्रम के दौरान एसओएल की स्व-शिक्षण सामग्री (एसएलएम) वितरण के लिए डाक वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। साथ ही आधारशिला का अनावरण और खेल नीति दस्तावेज का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम में शीर्ष पांच मेधावी विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया गया।
आपको सूचित किया जाता है कि दिल्ली विश्वविद्यालय में 5 जनवरी को स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के नाम पर कॉलेज की नींव रखी गई थी। इस कॉलेज की नींव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखी थी। इसके अलावा, दिल्ली विश्वविद्यालय के ईस्ट और वेस्ट कैंपस की भी आधारशिला रखी गई थी।