दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष Devendra Yadav ने कहा कि पिछले दस वर्षों में दिल्ली में रोजगार और विकास थम गया। मध्यम, निम्न, गरीब तथा गरीबी रेखा से निचले स्तर के करोड़ों लोगों की इनकम रुक गई।
Devendra Yadav: शनिवार (10 अगस्त) को दिल्ली कांग्रेस की मासिक बैठक हुई, जिसमें 14 जिला कमेटियों, पूर्व सांसदों, विधायकों और पार्टी के अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। इस बैठक में कांग्रेस की योजनाओं और दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 पर चर्चा हुई। दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा कि दिल्लीवासी बीजेपी और आम आदमी पार्टी के राजनीतिक लाभ की लड़ाई से तंग आ चुके हैं। राष्ट्रीय राजधानी के लोग कांग्रेस में वापसी के लिए तैयार हैं।
Devendra Yadav ने कहा कि मुझे याद है कि दिल्ली में कांग्रेस सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में ढ़ांचागत विकास की शुरुआत की थी, जिसमें सबसे पहले हर घर को 24 घंटे बिजली और स्वच्छ पेयजल दिया गया था। 2003 में, दिल्ली के जागरुक मतदाताओं ने कांग्रेस को पूर्ण बहुमत देकर सरकार बनाई थी।
कांग्रेस के नेता करें ये काम
देवेंद्र यादव ने जिला बैठकों में कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी की विचारधारा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन के संदेश और राहुल गांधी जी के हर देशवासी के अधिकारों के लिए संघर्ष, कांग्रेस की उपलब्धियों और जन कल्याण के कामों, न्याय संकल्प पत्र के अंतर्गत युवा महिला, किसान, श्रमिक और हिस्सेदारी को न्याय दिलाने की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने का काम करने के लिए पूरी तरह कमर कस लें.
दिल्ली की जनता सहयोग करने को तैयार है।
उन्होंने ये भी कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिले वोट प्रतिशत के बाद, पार्टी कार्यकर्ताओं में काम करने की तत्परता और जोश दिख रहा है, वहीं दिल्लीवासियों का रुख भी कांग्रेस की ओर स्पष्ट दिख रहा है। दिल्ली को पिछले दस वर्षों में बीजेपी और आम आदमी पार्टी की सरकारों ने मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर और विकास को गति देने की बजाय 20 साल पीछे छोड़ दिया है।
‘नहीं बढ़ी दिल्ली वालों की आय’
उन्होंने कहा कि दिल्ली का विकास पिछले दस वर्षों में रुक गया है, जिससे करोड़ों लोगों की आय रुक गई है, जो मध्यम, निम्न वर्ग, गरीबी रेखा से निचले स्तर तक आते हैं। उनकी आय में कोई इजाफा नहीं हुआ। महंगाई और बेरोजगारी से दिल्ली के युवा, महिलाएं, किसान, नौकरीपेशा और असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोग परेशान हैं।