दिल्ली की CM Atishi ने बीजेपी को चुनौती देते हुए कहा कि वे एक हफ्ते में यह काम करके दिखाए। जानिए चुनोती क्या है
दिल्ली की CM Atishi ने बस मार्शलों की नियुक्ति पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस सभा में उन्होंने बीजेपी को चुनौती दी है। इसके लिए उन्होंने बीजेपी की सरकार वाले अन्य राज्यों का भी उल्लेख किया। आतिशी ने कहा कि मैं एक हफ्ते में प्रस्ताव जारी करूंगी और बीजेपी इसे पारित करके दिखा देंगे। जानिए आखिर आतिशी ने बीजेपी को क्या चुनौती दी और उन्होंने कौन से प्रस्ताव को जारी करने की बात कही है।
बीजेपी शासित राज्यों में संविदा कर्मचारियों को पक्का नहीं किया
बीजेपी शासित हर राज्य में संविदाकर्मी की स्थिति देखें। राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश का जिक्र करते हुए आतिशी ने कहा कि इन राज्यों में जब बीजेपी ने चुनाव लड़ा तो यहां के संविदाकर्मियों से वादा किया कि हम चुनाव जीतने पर आपको पक्का करेंगे, लेकिन वहां नहीं किया है। आतिशी ने दावा किया कि देश में कोई भी पार्टी अपने यहां संविदाकर्मियों को पक्का नहीं करती है। आतिशी ने कहा कि हमने चुनावी वादा को पूरा करते हुए 10 हजार सफाईकर्मियों को पक्का किया है। आप की पंजाब सरकार ने भी 12000 हजार शिक्षकों को पक्का किया है।
आतिशी की बीजेपी को चुनोती, एक हफ्ते में कराकर दिखाए ये काम
इस बीच आतिशी ने बीजेपी को चैलेंज भी किया। आतिशी ने कहा कि मैं बीजेपी को चैलेंज करती हुं कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार एक हफ्ते के अंदर इन बस मार्शलों को पक्का करने का प्रस्ताव आपके एलजी साहब को पहुंचा देगी। मैं बीजेपी को चुनौती देती हूं कि वो उसे एक हफ्ते के बाद उस प्रस्ताव को पक्का करवा दे और बस मार्शलों की नौकरी पक्की करवा दे। मैं दावे के साथ कह सकती हूं कि आप इन बस मार्शलों के साथ सिवाय गंदी राजनीति करेगी और कुछ नहीं।
चार दिनों में बस मार्शल को बुलाया जाएगा
आतिशी ने कहा कि मंत्री गोपाल राय के साथ बैठक में बस किन जगहों पर मार्शल तैनात करने का निर्णय हो चुका है। इस संबंध में कागजी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। मार्शलों को अगले दो से चार दिनों के भीतर फोन किया जाएगा और उन्हें प्रदूषण की रोकथाम के काम में लगाया जाएगा।
आतिशी, बीजेपी ने बस मार्शलों को नौकरी से निकाला
आतिशी ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी के अफसरों ने अप्रैल 2023 से दिल्ली के बस मार्शलों की तनख्वाह रोक ली है। आतिशी ने कहा कि आप सरकरा के मंत्रियों ने बार-बार संघर्ष करके इन बस मार्शलों को तनख्वाह दिलाई है। मगर इसके बाद बीजेपी ने बस मार्शलों को साजिश करके नौकरी से निकाल दिया।