उत्तर प्रदेश के CM Yogi Adityanath ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रयागराज महाकुंभ-2025 में श्रद्धालुओं को विश्वस्तरीय सुविधाएं प्रदान की हैं। भारत की कुल जनसंख्या 144 करोड़ है, जिसमें से 110 करोड़ लोग सनातन धर्म का पालन करते हैं। अब तक 63 करोड़ से अधिक श्रद्धालु इस आयोजन में शामिल हो चुके हैं, और महाशिवरात्रि (26 फरवरी) के बाद यह संख्या 65 करोड़ तक पहुंचने की संभावना है।
CM Yogi Adityanath विधान सभा में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का समर्थन कर रहे थे। उन्होंने बताया कि इस चर्चा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के कुल 146 सदस्यों ने भाग लिया, जिसमें 98 सत्ता पक्ष और 48 विपक्ष के थे।
CM Yogi Adityanath ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ में देश-विदेश से बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं, जिनमें राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, उपराष्ट्रपति, भूटान नरेश और 74 देशों के मिशन प्रमुख भी शामिल हुए। यह आयोजन वैश्विक स्तर पर पहचान बना चुका है। पहली बार उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम से लोग यहां पहुंचे और सभी ने इस भव्य आयोजन का हिस्सा बनकर इसे सफल बनाया। महाकुंभ में सभी श्रद्धालुओं के लिए प्रवेश खुला है, लेकिन यदि कोई व्यक्ति अव्यवस्था फैलाने की मंशा से आता है, तो उसे अनुमति नहीं दी जाएगी।
CM Yogi Adityanath ने कहा कि महाकुंभ जैसा आयोजन दुनिया में कहीं और नहीं होता, जहां इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालु एक मंच पर एकत्रित होते हैं। पिछले वर्ष अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य प्राण प्रतिष्ठा हुई थी, और इस वर्ष महाकुंभ का आयोजन हुआ है। इसके साथ ही, श्रद्धालुओं को अयोध्या और काशी को नजदीक से देखने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि ये आयोजन ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार कर रहे हैं और भारत की आध्यात्मिक परंपरा व आर्थिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण हैं।
महाकुंभ ने जाति, क्षेत्र, मत, मजहब और आर्थिक वर्गों के भेदभाव को मिटाकर राष्ट्रीय एकता को मजबूत किया है। सभी श्रद्धालु एक साथ एक ही घाट पर स्नान कर रहे हैं, जो सनातन धर्म की सच्ची भावना को दर्शाता है।
CM Yogi Adityanath ने कहा कि किसी महानुभाव की टिप्पणी के अनुसार, महाकुंभ में हर किसी को वही प्राप्त हुआ, जिसकी उसने खोज की—संवेदनशील लोगों को रिश्तों की सुंदरता, आस्थावानों को पुण्य, सज्जनों को सज्जनता, गरीबों को रोजगार, अमीरों को व्यवसाय और श्रद्धालुओं को स्वच्छ व्यवस्था। यह आयोजन भारत की एकता और प्रधानमंत्री के ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के विजन को चरितार्थ कर रहा है।
CM Yogi Adityanath ने आगे कहा कि भारत में जन्मे सभी महापुरुषों के प्रति सम्मान की भावना रखनी चाहिए। राज्य सरकार बौद्ध तीर्थस्थलों के सौंदर्यीकरण और पुनरोद्धार के लिए प्रतिबद्ध है। गुरु गोबिंद सिंह जी के चार साहिबजादों की शहादत को सम्मान देने के लिए 26 दिसंबर को ‘वीर बाल दिवस’ घोषित किया गया है। पहली बार मुख्यमंत्री आवास पर गुरु वाणी का पाठ निरंतर किया जा रहा है। इसके अलावा, कबीरपंथ, संत रविदास परंपरा और महर्षि वाल्मीकि की परंपरा सहित सभी उपासना पद्धतियों का सम्मान किया जाता है, जिससे सनातन धर्म को मजबूती मिले और भारत एकजुट होकर आगे बढ़े।
CM Yogi Adityanath ने डॉ. एस. राधाकृष्णन के विचारों का उल्लेख करते हुए कहा कि मानव होना एक उपलब्धि है, दानव बनना पराजय है और महामानव बनना विजय है। जो व्यक्ति स्वार्थ से ऊपर उठकर परोपकार की भावना से कार्य करता है, वही महामानव कहलाता है।