Dr. Balbir Singh: सीएम भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार की प्रमुख फरिश्ते योजना का उद्देश्य सड़क दुर्घटना पीड़ितों को तुरंत उपचार प्रदान कर उनकी जान बचाना है
- स्वास्थ्य मंत्री ने डीसी को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि सभी फरिश्तों को उनके संबंधित जिलों में समारोह के दौरान सम्मानित किया जाए।
पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने बुधवार को यहां बताया कि राज्य में दुर्घटना पीड़ितों की सहायता करने वाले व्यक्तियों के प्रयासों को स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार अपनी प्रमुख ‘फरिश्ते’ योजना के तहत स्वतंत्रता दिवस-2024 के अवसर पर 16 फरिश्ताओं को सम्मानित करेगी।
उन्होंने कहा कि दुर्घटना पीड़ितों को बचाने और उनकी जान बचाने में मदद करने वाले सभी फरिश्तेयों को उनके संबंधित जिला मुख्यालयों पर प्रशंसा प्रमाण पत्र और 2000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा।
जिन फरिश्तों को सम्मानित किया जाएगा, वे हैं फतेहगढ़ साहिब से वरिंदर सिंह और जगतार सिंह; फ़िरोज़पुर से गुरनैब सिंह और सुखैन सिंह; जालंधर से अनु कुमार, राजिंदर कुमार और अभिषेक शर्मा; मोगा से हरपाल सिंह और रजनीत कौर; पठानकोट से नंद लाल; पटियाला से अर्जुन, गुरसेवक सिंह, हैप्पी, इकबाल सिंह, लवप्रीत और विनोद कुमार।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सभी उपायुक्तों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि इन फरिश्ताओं को उनके संबंधित जिला मुख्यालयों पर स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान सम्मानित किया जाएगा तथा नकद पुरस्कार राशि सीधे फरिश्ते के बैंक खातों में स्थानांतरित की जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने सड़क दुर्घटनाओं में घायल होने के कारण होने वाली बीमारियों की दर को कम करने और उपलब्ध सरकारी/सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में तत्काल, परेशानी मुक्त उपचार प्रदान करने के इरादे से इस महत्वाकांक्षी फरिश्ते योजना की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि इस योजना में कुल 180 सरकारी और 313 निजी अस्पतालों को सूचीबद्ध किया गया है।
उन्होंने कहा कि आम लोगों को दुर्घटना पीड़ितों की मदद करने तथा पीड़ितों की जान बचाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए ऐसे फरिश्तेयों को नकद पुरस्कार, प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जा रहा है तथा कानूनी जटिलताओं और पुलिस पूछताछ से छूट प्रदान की जा रही है।
गौरतलब है कि यह योजना मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) राज्य स्वास्थ्य एजेंसी (एसएचए) बबीता कलेर के मार्गदर्शन और उप निदेशक एसएचए-सह-नोडल अधिकारी फरिश्ते योजना शरणजीत कौर नोडल अधिकारी की देखरेख में सफलतापूर्वक चल रही है।