Haryana Kanwar Yatra को लेकर सीएम नायब सैनी ने करवाए विशेष इंतजाम
Haryana Kanwar Yatra: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कांवड़ियों को किसी भी तरह की समस्या न होने के लिए खास प्रबंध बनाए हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ चर्चा करते हुए श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। हरियाणा पुलिस ने CM के इन निर्देशों को ध्यान में रखते हुए कावड़ यात्रा में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए पूरे प्रयास किए हैं। सभी पुलिसकर्मियों को अलर्ट रहने के लिए भी कहा गया है, ताकि यात्रा के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो सके।
सैनी सरकार (Saini Sarkar) ने कावड़ यात्रा में श्रद्धालुओं की सुविधा और ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए एक अलग लेन बनाई है। सामाजिक संगठनों ने रूटों पर कड़ी निगरानी में श्रद्धालुओं के रात्रि ठहराव के लिए शिविर भी बनाए हैं।
हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने कहा कि 2 अगस्त को शिवरात्रि है, इसलिए लाखों लोग हरिद्वार से पैदल चलकर कावड़ लेकर आ रहे हैं, जो पवित्र जल भगवान शिव को अर्पित करेगा। श्रद्धालु कावड़ लेने वाले सभी मार्गों पर अतिरिक्त पुलिस बल लगाया गया है। साथ ही, दुर्घटना संभावित स्थानों और सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील स्थानों पर अपराध को रोकने के लिए योजना बनाई गई है।
डीजीपी ने बताया कि श्रद्धालुओं द्वारा अक्सर प्रयोग किए जाने वाले मार्गों पर ट्रैफिक को सुरक्षित रखने के उपाय किए गए हैं और हर समय पेट्रोलिंग की जा रही है। ट्रैफिक डायवर्जन योजना भी पहले से ही बनाई गई है, जिसमें पर्यटकों की सुविधा के लिए वैकल्पिक रूट शामिल हैं। इसके अलावा, टोल और अन्य स्थानों पर सुरक्षा इंतजाम भी लगाए गए हैं ताकि श्रद्धालुओं और टोलकर्मियों के बीच कोई विवाद न हो।
यात्रा में महिलाओं को भी बहुत सम्मान दिया जाता है। ऐसे में पुलिसकर्मियों की विशेष जिम्मेदारी है कि उनके साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ की घटनाएं न हों। साथ ही, कानून-व्यवस्था की स्थिति से निपटने के लिए वेल इक्विीप्ड स्ट्राइकिंग रिजर्व तैयार की गई हैं। साथ ही, ऐसे असामाजिक लोगों पर भी निगरानी रखी जा रही है जो कांवड़ियों के भेष में सांप्रदायिक अशांति फैलाने की कोशिश करते हैं। सिर्फ यही नहीं, आतंकी हमलों और सांप्रदायिक घटनाओं से निपटने के लिए क्विक रिस्पांस टीम बनाई गई हैं। यात्रा के दौरान संवेदनशील धार्मिक स्थानों पर झगड़े या सांप्रदायिक दंगे को रोकने के लिए कठोर सुरक्षा उपाय किए गए हैं। यात्रा के दौरान किसी को भी अवैध हथियार लेकर चलने की अनुमति नहीं है।