PUNJAB NEWS : पंजाब सरकार पर वादाखिलाफी और दमनकारी नीतियों का आरोप लगाते हुए भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के प्रदेश अध्यक्ष जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि सरकार किसानों से किए वादों से पीछे हट गई है। गांव घराचों में धरने पर पहुंचे उगराहां ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि पहले तो सरकार बातचीत से बचती रही और अब दमनकारी रवैया अपना रही है।
उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा की राज्य कमेटी जो भी निर्णय लेगी, उसे स्वीकार किया जाएगा। चूंकि हिरासत में होने के कारण उनकी अब तक मोर्चा के नेताओं से कोई बातचीत नहीं हो पाई है, इसलिए उन्हें फैसलों की जानकारी नहीं है। लेकिन जब तक पंजाब सरकार के आदेश पर गिरफ्तार किए गए किसानों को रिहा नहीं किया जाता, तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
पत्रकारों से बातचीत में उगराहां ने कहा कि सरकार के सामने सभी कमजोर हो सकते हैं, लेकिन किसान न तो कमजोर हैं और न ही गिरफ्तारी से डरते हैं। किसान शांतिपूर्ण तरीके से चंडीगढ़ जाने के लिए निकले थे, लेकिन सरकार ने भारी पुलिस बल तैनात कर उन्हें रोकने की कोशिश की। इसके बावजूद किसानों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया और यातायात बाधित नहीं किया, जबकि पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स और सुरक्षा व्यवस्था के कारण ही सड़कों पर जाम की स्थिति बनी।
इस मौके पर जनक सिंह भुटाल, राज्य प्रचार सचिव जगतार सिंह कालाझाड़, जिला अध्यक्ष अमरीक सिंह गंढुआ, जिला मानसा के दर्शन सिंह चंगालीवाला सहित कई अन्य किसान नेता भी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि देर रात पुलिस ने हिरासत में लिए गए किसानों को रिहा कर दिया, जिसके बाद करीब 11 बजे धरना समाप्त हुआ। लगभग 13 घंटे बाद पुलिस द्वारा बैरिकेड्स हटाए जाने के बाद यातायात व्यवस्था बहाल हो सकी।