Suzuki: सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन ने 2025 में थाईलैंड में अपनी फैक्ट्री को बंद करने की योजना बनाई है। कंपनी ने कहा कि थाईलैंड में गाड़ी बनाना बंद करने के बाद भी गाड़ी आयात करती रहेगी। आइए जानते हैं कि सुजुकी मोटर की थाईलैंड की फैक्ट्री को बंद करने की क्या वजह है।
सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन ने थाईलैंड में अपनी फैक्ट्री को बंद करने जा रही है। कंपनी ने कार्बन तटस्थता और इलेक्ट्रिफिकेशन को विश्वव्यापी स्तर पर बढ़ावा देने के लिए यह फैसला किया है। लेकिन प्लांट को बंद करने की कार्रवाई देश में जारी है। सुजुकी भारत का बड़ा बाजार है। हम देखते हैं कि सुजुकी के इस निर्णय से भारत पर क्या असर होगा।
इसके परिणामस्वरूप थाईलैंड प्लांट
Suzuki मोटर की तरप ने इस निर्णय को ले लिया क्योंकि थाईलैंड में उनकी कारों की बिक्री में कमी आई है। इसके अलावा, कंपनी कार्बन तटस्थता और इलेक्ट्रिफिकेशन की दिशा में दुनिया भर में काम करती है। जिस सुजुकी प्लांट को बंद करने की घोषणा की गई है, वह कभी 60,000 यूनिट प्रति वर्ष बनाता था। वित्तीय वर्ष 2023–2024 में 10,807 यूनिट की घरेलू बिक्री हुई और केवल 1,272 यूनिट निर्यात हुए।
भारत को इससे क्या लाभ होगा?
थाईलैंड के प्लांट के बंद होने के बाद भारत में स्विफ्ट, सेलेरियो और सियाज जैसे लोकप्रिय मॉडल बनाए जाएंगे। इन कारों को भारत से थाईलैंड निर्यात करके पूरा किया जाएगा। ऐसा होने से भारत की वैश्विक सुजुकी विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थिति मजबूत होगी, साथ ही विदेशी मुद्रा का मूल्य भी बढ़ेगा। भारत भी थाई बाजार में वाहनों की आपूर्ति में मजबूत दावेदार बनेगा। इससे घरेलू उत्पादन बढ़ सकता है।
ये चीजें प्लांट बंद होने के बाद भी चलती रहेंगी
सुजुकी मोटर ने कहा कि थाईलैंड में कार उत्पादन बंद होने के बाद भी उनकी बिक्री जारी रहेगी। सीबीयू मार्ग थाईलैंड, भारत, जापान से गाड़ियां आयात करेगा। साथ ही, सुजुकी आगे चलकर हाइब्रिड और इलेक्ट्रिफिकेशन मॉडल पेश करेगी, जो थाईलैंड सरकार के कार्बन तटस्थता लक्ष्यों को पूरा करेंगे।