Yoga 21 Poses And Benefits: योग, उठने-बैठने और सोने की आदतों को सिखाता है। योगाभ्यास करने वाले लोगों को मानसिक शक्ति, शारीरिक शक्ति और हजारों लाभ मिलते हैं। 21 योगासन कौन-से हैं और उनके लाभ क्या हैं?
हर दिन व्यायाम करना चाहिए ताकि आपका शरीर, चेहरा और मन स्वस्थ रहें। योग हमें बैठने, प्राणायाम करने और ध्यान करने के तरीके सिखाता है। नियमित रूप से योग करने से शरीर को कई लाभ मिलते हैं। इसलिए योग को अपने जीवन में अनिवार्य रूप से शामिल करें। हर दिन योग करने से आपका दिमाग, मन और शरीर स्वस्थ रहते हैं।
- अर्ध चंद्रासन: इस आसन को करने के लिए शरीर को अर्ध चंद्र की तरह रखना चाहिए। अर्धचन्द्रासन भी इसका नाम है। ये स्ट्रेचिंग पोज पेट, सीने और निचले हिस्से के लिए अच्छे हैं।
- भूजंगासन: इस योगासन को करने से छाती, कंधों और पेट की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। शरीर को लचीला बनाता है और साइटिका को शांत करता है।
- बालासन: यह योगासन मन को शांत करता है। कूल्हों, पीठ के निचले हिस्से और जांघों को खींचने से तनाव कम होता है।
- मार्जरासन: यह योगासन शरीर की वृद्धि के लिए अच्छा है। ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। कमर और पेट की समस्याएं भी कम होती हैं।
- नटराज आसान: यह वजन कम करने और शरीर को बेहतर बैलेंस बनाने में मदद करता है। इस अभ्यास से जांघ, कूल्हे, टखने और सीना मजबूत होते हैं।
- गोमुखासन: ये योगासन तनाव और चिंता को दूर करने में मदद करते हैं। इससे शरीर लचीला होता है और संतुलन और ताकत को बढ़ाता है।
- हलासन: मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। पीठ दर्द और कब्ज में राहत मिलती है।
- सेतुबंधासन: बेली फैट घटाने में मदद करता है। इस अभ्यास को थायराइड और उच्च रक्तचाप के मरीज कर सकते हैं।
- रॉकिंग चेयर योग: यह योगासन रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है। शरीर इससे ब्लड फ्लो को बेहतर बनाए रखता है।
- सुखासन: यह योगाभ्यास को करने से मन को शांति मिलती है। स्ट्रेस, थकान, टेंशन, एंग्जाइटी और डिप्रेशन को कम करता है।
- नमस्कारासन: यह बहुत छोटा और आसान अभ्यास है जो तनाव और थकान को दूर करता है।
- ताड़ासन: यह योगासन आपके घुटनों, टखनों और जांघों को मजबूत करता है। ताड़ासन करने से पेट टोंड होता है।
- त्रिकोण मुद्रा: यह पीठ और कमर की मांसपेशियों को मजबूत करता है। शरीर लचीला हो जाता है।
- कोणासन: इस योगासन को करने से मांसपेशियों सुडौल और मजबूत होती हैं। पाचन में सुधार और कब्ज दूर होती है।
- उष्ट्रासन: इस संयोजन से तनाव कम हो सकता है। यह कंधों, बाहों, पीठ और पैरों की मांसपेशियों को मजबूत करता है।
- वज़ासन: नियमित रूप से वज्रासन करने से पाचन क्षमता बढ़ती है। यह पेट की बीमारियों और डाइजेशन के लिए अच्छा है।
- वृक्षासन: यह मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और पोस्चर को सुधारता है।
- दंडासन: यह पीठ, कंधों और छाती के लिए अच्छा है। एकाग्रता बढ़ाने में मदद करता है।
- अधोमुखी आसन: यह फेफड़ों की समस्याओं को कम करने और मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
- शवासन: इस अभ्यास से शरीर को रिलेक्स करना आसान होता है। पूरी तरह से स्वस्थ होने के लिए इसे अच्छा माना जाता है।
- उष्ट्रासन: इस योग से तनाव कम हो सकता है। कंधों, बाजूओं और पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करता है