Rajasthan News: आधुनिक प्रौद्योगिकी में युवाओं के लिए विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध करा रही है राज्य सरकार- सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार मंत्री -सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार मंत्री ने किया साइबर सुरक्षा सिमुलेशन लैब, ब्लॉकचेन एक्सपीरियंस सेंटर और बिहेवियरल लैब का उद्घाटन
Rajasthan News: सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा कि राज्य सरकार विभिन्न नवाचारों के माध्यम से युवाओं के लिए आधुनिक प्रौद्योगिकी में विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध करा रही है। ब्लॉकचेन, बिहेवियरल साइंस, साइबर सिक्योरिटी जैसी आधुनिकतम प्रौद्योगिकी को अपनाने में राजस्थान अग्रणी है और इन तकनीकों के माध्यम से राज्य सरकार द्वारा युवाओं को प्रशिक्षण एवं कौशल संवर्धन के अनेक अवसर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।
सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ मंगलवार को राजस्थान सेंटर ऑफ एडवांस्ड टेक्नोलॉजी (आर-कैट) परिसर में बिहेवियरल लैब, साइबर सुरक्षा सिमुलेशन लैब और ब्लॉकचेन एक्सपीरियंस सेंटर के उद्घाटन समारोह को अवसर पर संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आधुनिक युग में शासन का पारदर्शी और समावेशी होना जरूरी है और तकनीक के माध्यम से यह लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। उन्होंने बिहेवियरल लैब, साइबर सुरक्षा सिमुलेशन लैब और ब्लॉकचेन एक्सपीरियंस सेंटर जैसे नवाचारों के लिए सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग को बधाई दी। उन्होंने कहा कि राजस्थान सूचना प्रौद्योगिकी के मामले में अन्य राज्यों से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे आगे आएं और ‘नए राजस्थान’ की परिकल्पना को साकार करें। इस अवसर पर सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग की शासन सचिव सुश्री आरती डोगरा और आयुक्त श्री इंद्रजीत सिंह भी उपस्थित थे।
साइबर सुरक्षा सिमुलेशन लैब का उद्घाटन—
कर्नल राठौड़ ने राज्य की डिजिटल सुरक्षा को मजबूत करने के उद्देश्य से तैयार साइबर सुरक्षा सिमुलेशन लैब (साइबर रेंज) का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान राजकीय डोमेन में अपनी तरह की पहली साइबर सुरक्षा सिमुलेशन लैब सुविधा स्थापित करने वाला अग्रणी प्रदेश है। वास्तविक दुनिया के साइबर खतरों का पता लगाने के लिए डिजाइन की गई यह सिमुलेशन लैब साइबर हमलों को रोकने अथवा कम करने के लिए आवश्यक कौशल देगी। यह लैब महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के साथ संवेदनशील डेटा की सुरक्षा करने की राज्य की क्षमता को भी बढ़ाएगी। यह लैब राज्य के भीतर साइबर सुरक्षा पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के लिए स्टार्टअप्स की भी मदद करेगी।
ब्लॉकचेन एक्सपीरियंस सेंटर का उद्घाटन—
सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार मंत्री ने प्रदेश के विद्यार्थियों, स्टार्टअप्स और अन्य हितधारकों को ब्लॉकचेन तकनीक से सीधे जोड़ने के उद्देश्य से तैयार ब्लॉकचेन एक्सपीरियंस सेंटर का भी उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार हमेशा से ई-गवर्नेंस सेवा वितरण की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए नवीन तकनीकों को अपनाने में अग्रणी रही है। यह सेंटर परियोजनाओं में पारदर्शिता और सुरक्षा बढ़ाने के साथ-साथ विकेंद्रीकृत वातावरण में भरोसे को मजबूत करेगा। ब्लॉकचेन एक्सपीरियंस सेंटर अत्याधुनिक ब्लॉकचेन समाधानों को विकसित करने और परीक्षण करने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा। यह विद्यार्थियों और उद्यमियों को अपने स्वयं के ब्लॉकचेन एप्लिकेशन तथा स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट बनाने और होस्ट करने की सुविधा प्रदान करेगा। इसके अतिरिक्त यह सेंटर व्यवहारिक समस्याओं के ब्लॉकचेन-आधारित समाधान विकसित करने और उन्हें तेजी से लागू करने में मदद करेगा। इसके लिए राजस्व रेकॉर्ड, मेडिकल व हैल्थ, कृषि और सामाजिक अधिकारिता जैसे क्षेत्रों पर फोकस किया जा रहा है।
बिहेवियरल लैब का उद्घाटन—
इस अवसर पर कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने आईआईएम, उदयपुर के सहयोग से तैयार बिहेवियरल लैब का भी उद्घाटन किया। यह लैब कॉग्निटिव न्यूरोसाइंस के क्षेत्र में एडवांस रिसर्च के उद्देश्य से स्थापित की गई है। इसका उद्देश्य ऐसी वर्क फोर्स तैयार करना है, जो उपभोक्ता के रूप में मानव मस्तिष्क की कार्यप्रणाली, भावनाओं और व्यवहार को बेहतर ढंग से समझ सके। इससे अकादमिक अनुसंधान, सरकारी नीति और बाजार अनुप्रयोगों में नवाचार को बढ़ावा मिलेगा। इस अवसर पर कर्नल राठौड़ ने रोबोटिक्स लैब, एपल ट्रेनिंग रूम, रेडहैट और जीआईएस ट्रेनिंग रूम में चल रही गतिविधियों का भी अवलोकन किया।
‘अर्ली कॅरियर प्रोग्राम’ के लिए एमओयू—
इस अवसर पर सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ की उपस्थिति में राजस्थान के 12वीं कक्षा उत्तीर्ण विद्यार्थियों हेतु ‘अर्ली कॅरियर प्रोग्राम’ की शुरुआत के लिए एचसीएलटेक के साथ एक एमओयू भी हस्ताक्षरित किया गया। कर्नल राठौड़ ने कहा कि इस पहल से 12वीं कक्षा उत्तीर्ण विद्यार्थी अपने कॅरियर को लेकर शुरुआती स्तर पर ही फोकस होंगे और अपने कौशल से सशक्त राजस्थान के निर्माण में भूमिका निभाएंगे। यह कार्यक्रम 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद वित्तीय स्वतंत्रता की तलाश करने वाले विद्यार्थियों के लिए विशेष परियोजना है। आईटी नौकरियों के लिए उम्मीदवारों को इंटर्नशिप से पहले 6 से 12 महीने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद उम्मीदवारों को 1.70 लाख रुपए से 2.50 लाख रुपए के शुरुआती वेतन पर एचसीएलटेक के साथ पूर्णकालिक आईटी नौकरियों के लिए चुना जाएगा।
प्लेसमेंट ड्राइव का अवलोकन
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने इस अवसर पर आर-कैट के विद्यार्थियों के लिए आयोजित प्लेसमेंट ड्राइव का अवलोकन किया और वहां उपस्थित युवाओं का उत्साहवर्धन किया। प्लेसमेंट ड्राइव में 18 कंपनियों ने हिस्सा लिया, जिसके लिए लगभग 300 विद्यार्थियों ने पंजीकरण करवाया था। इनमें से 65 विद्यार्थियों को शॉर्टलिस्ट किया गया। उल्लेखनीय है कि अब तक आर-कैट द्वारा प्रशिक्षित 140 से अधिक विद्यार्थियों को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय कंपनियों में रोजगार प्राप्त हो चुका है। इनमें अधिकतम पैकेज 18 लाख प्रतिवर्ष है और औसत पैकेज 6 लाख रुपए प्रतिवर्ष है। इस अवसर पर कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने अच्छा प्लेसमेंट अर्जित करने वाले चार पूर्व विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया। इनमें 9 लाख प्रतिवर्ष का पैकेज अर्जित करने वाली अदिति अग्रवाल के अलावा भुवन जैन, दिशांत खंडेलवाल और सृष्टि खंडेलवाल शामिल थे।
आर-कैट के कार्यों की समीक्षा—
इस अवसर पर सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने आर-कैट के कार्यों की समीक्षा भी की। आर-कैट की कार्यकारी निदेशक श्रीमती ज्योति लुहाड़िया ने बताया कि आर-कैट पहला आईटी फिनिशिंग स्कूल है। आर-कैट ने छात्रों की योग्यता और रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए अपने उन्नत और उभरते पाठ्यक्रमों के लिए आईटी डोमेन की 15 दिग्गज कंपनियों के साथ समझौता किया हैं। आर-कैट 120 से अधिक पाठ्यक्रम प्रदान करता है। इसका उद्देश्य छात्रों को उद्योग के लिए तैयार करना है। आर-कैट ने 875 से अधिक छात्रों को प्रशिक्षण दिया है और 140 से अधिक छात्रों को प्लेसमेंट प्रदान किया है। आर-कैट ने राज्य के सभी संभागीय मुख्यालयों में स्पोक भी स्थापित किए हैं।
Source: https://dipr.rajasthan.gov.in/