पंजाब के CEO Sibin C ने सभी डीसी, सीपी और एसएसपी को निर्देश दिया कि वे चुनाव प्रचार के दौरान उम्मीदवारों के लिए समान अवसर और सुरक्षा सुनिश्चित करें
- कहा, उम्मीदवारों की सुरक्षा सुनिश्चित करना जिला चुनाव मशीनरी का प्रमुख कर्तव्य है
- किसान यूनियनों से पंजाब में चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के प्रचार अभियान में बाधा डालने से बचने का आग्रह किया
CEO Sibin C: लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) सिबिन सी ने गुरुवार को सभी उपायुक्तों-सह-जिला चुनाव अधिकारियों, पुलिस आयुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को सभी उम्मीदवारों के लिए समान अवसर और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। सीईओ ने जोर देकर कहा कि उम्मीदवारों की सुरक्षा सुनिश्चित करना जिला चुनाव मशीनरी की प्राथमिक जिम्मेदारियों में से एक है और भारत निर्वाचन आयोग इस मामले को लेकर गंभीर है।
अधिकारियों को जारी एक परिपत्र में सीईओ ने कहा कि उनके संज्ञान में आया है कि राज्य के विभिन्न हिस्सों से कई घटनाएं सामने आई हैं। मीडिया में विभिन्न शिकायतों और रिपोर्टों के माध्यम से उजागर की गई इन घटनाओं में राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों को आंदोलनकारी किसानों द्वारा बाधा पहुंचाई जा रही है, जिससे उम्मीदवारों के चुनाव प्रचार करने और राज्य के नागरिकों तक अपना घोषणापत्र पहुंचाने के लोकतांत्रिक अधिकार में बाधा उत्पन्न हो रही है। ऐसी कार्रवाइयां ईसीआई के निर्देशों और दिशा-निर्देशों के विरुद्ध हैं।
सीईओ ने आगे कहा कि यह देखा गया है कि जिला मजिस्ट्रेटों द्वारा धारा 144 सीआरपीसी के तहत आदेश दिए जाने के बावजूद प्रदर्शनकारी किसानों द्वारा अक्सर बिना अनुमति के सभाएं आयोजित की जाती हैं और लाउडस्पीकरों का भी बिना अनुमति के उपयोग किया जाता है।
जैसा कि ईसीआई द्वारा रेखांकित किया गया है, सीईओ ने कहा कि उम्मीदवारों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और उसके दिशानिर्देशों का पालन करना निष्पक्ष प्रचार के माध्यम से सभी उम्मीदवारों के लिए समान अवसर प्रदान करने के लिए आवश्यक है।
सिबिन सी ने दोहराया कि सभी जिला चुनाव मशीनरी का यह कर्तव्य है कि वे इन दिशा-निर्देशों का पालन करें और क्षेत्र में इनका क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
सीईओ ने सभी अधिकारियों को इन निर्देशों का अक्षरशः पालन करने का निर्देश दिया तथा कहा कि यदि ऐसी कोई घटना सामने आती है तो उसे गंभीरता से लिया जाएगा तथा भारत निर्वाचन आयोग के संज्ञान में लाया जाएगा।
इस बीच, किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने पंजाब के सीईओ से उनके कार्यालय में मुलाकात की। बैठक के दौरान सीईओ ने किसान यूनियनों से कानून-व्यवस्था बनाए रखने और राज्य भर में चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के प्रचार में बाधा डालने से बचने का आग्रह किया।