Punjab Minister Aman : दिसंबर 2025 तक हरित ऊर्जा में 264 मेगावाट की वृद्धि होगी
- नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री ने ग्रिड से जुड़े सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना के लिए मेसर्स वी.पी. सोलर जेनरेशन प्राइवेट लिमिटेड को एलओए सौंपा।
- सौर संयंत्रों से सालाना लगभग 400 एमयू बिजली पैदा होगी और पंजाब में लगभग 1056 करोड़ रुपये का निवेश होगा।
- इस कदम से सालाना लगभग 176 करोड़ रुपये की कृषि सब्सिडी की बचत होगी।
- पीएसईआरसी ने 25 वर्षों के लिए सौर ऊर्जा की निकासी के लिए 2.38 रुपये प्रति किलोवाट घंटा की दर को मंजूरी दी।
पंजाब के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत Punjab Minister Aman Arora ने सोमवार को बताया कि राज्य को स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन में अग्रणी राज्य बनाने तथा जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम करने के उद्देश्य से पंजाब सरकार 66 सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करेगी, जिनमें से प्रत्येक की क्षमता 4 मेगावाट (कुल 264 मेगावाट क्षमता) होगी। मंत्री अमन ने राज्य में पीएसपीसीएल के 66-केवी सबस्टेशनों पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए मेसर्स वी.पी. सोलर जेनरेशन प्राइवेट लिमिटेड को लेटर ऑफ अवार्ड (एलओए) भी सौंपा।
इस कंपनी का चयन पारदर्शी और प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के माध्यम से किया गया है। इसके बाद, पंजाब राज्य विद्युत विनियामक आयोग (पीएसईआरसी) ने दीर्घकालिक पीपीए के तहत 25 वर्षों के लिए पीएसपीसीएल को सौर ऊर्जा की निकासी और बिक्री के लिए 2.38 रुपये प्रति किलोवाट घंटे का टैरिफ मंजूर किया था। मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि यह महत्वाकांक्षी स्वच्छ ऊर्जा परियोजना दिसंबर 2025 के अंत तक पूरी हो जाएगी। पूरा होने पर, ये सौर संयंत्र सालाना लगभग 400 मिलियन यूनिट (एमयू) बिजली पैदा करेंगे। फीडर स्तर पर सौरकरण को लागू करके, ये सौर ऊर्जा संयंत्र राज्य को सालाना लगभग 176 करोड़ रुपये की कृषि सब्सिडी बिल की भरपाई करने में भी मदद करेंगे। यह क्षेत्र की अक्षय ऊर्जा क्षमता में महत्वपूर्ण योगदान देगा, इसके अलावा, जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम करेगा और कार्बन उत्सर्जन को कम करेगा। इन सौर ऊर्जा संयंत्रों से उत्पन्न ऊर्जा को राज्य में अक्षय खरीद दायित्व (आरपीओ) के वितरित ऊर्जा घटक के तहत लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में गिना जाएगा।
Minister Aman Arora ने पेडा अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे परियोजना के सुचारू और समयबद्ध निष्पादन में अपना हर संभव प्रयास करें। उन्होंने कहा कि इस प्रयास से राज्य में लगभग 1,056 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित होगा, जिससे राज्य के भीतर गैर-पारंपरिक ऊर्जा के क्षेत्र में कुशल और अर्ध-कुशल दोनों व्यक्तियों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
पेडा के निदेशक श्री एम.पी. सिंह, संयुक्त निदेशक श्री राजेश बंसल, मेसर्स वी.पी. सोलर जेनरेशन प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक श्री परमोध चौधरी और श्री हरपाल सिंह संधू भी लेटर ऑफ अवार्ड जारी करने के दौरान मौजूद थे।