Lok Sabha Elections के छह चरणों का मतदान पूरा हो चुका है। शनिवार को सातवें चरण में मतदान होना है। मतदान से पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक महत्वपूर्ण संदेश भेजा।
लोकसभा चुनाव के छह चरणों का मतदान पूरा हो चुका है। शनिवार को सातवें चरण में मतदान होना है। मतदान से पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक महत्वपूर्ण संदेश भेजा। चंडीगढ़ की याद दिलाते हुए अखिलेश यादव ने सभी उम्मीदवारों और उनके समर्थकों से कहा कि वे एग्जिट पोल के बहकावे में न उतरें। शनिवार की शाम होते ही भाजपा लगभग 300 सीटों के आसपास बढ़ते मिलने की बात कहना शुरू कर देगी, पार्टी प्रमुख ने कहा। एग्जिट पोल पर भी बहुत से टीवी चैनल भाजपा को अधिक सीटें दे सकते हैं। यही कारण है कि अखिलेश ने कार्यकर्ताओं को पूरी तरह से सतर्क रहने की सलाह दी। अखिलेश यादव ने इसे लेकर सोशल मीडिया एक्स पर एक संदेश लिखा है।
कार्यकर्ताओं के लिए अखिलेश का संदेश
आज मैं आपसे एक अत्यंत महत्वपूर्ण अपील कर रहा हूँ। आप कल वोटिंग के दौरान भी और वोटिंग के बाद के दिनों में भी पूरी तरह से सतर्क, सतर्क, सचेत और सावधान रहेंगे. मतगणना समाप्त होने तक आपको जीत का सर्टिफिकेट मिलने तक सावधान रहेंगे।
हम ये अपील कर रहे हैं क्योंकि भाजपा ने सोचा है कि कल शाम को चुनाव खत्म होते ही, अपनी “मीडिया मंडली” से विभिन्न चैनलों पर कहना शुरू करेंगे कि भाजपा को लगभग 300 सीटों की बढ़त मिली है, जो बिल्कुल झूठ है। ऐसे में, जबकि “इंडिया गठबंधन” की सरकार बनने जा रही है, आपको सवाल उठेगा कि भाजपा को इस दो-तीन दिन के झूठ बोलने से क्या मिलेगा? इसके जवाब में हम आपको बता दें कि ऐसा झूठ फैलाकर भाजपा वाले आपका मनोबल गिराना चाहते हैं, ताकि आप लोग मतगणना के दिन सावधान और सक्रिय न रहें। जिसका फ़ायदा उठाते हुए भाजपा कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत से मतगणना में धांधली कर सके। ध्यान रहे जो भाजपाई चंडीगढ़ के मेयर के चुनाव में कोर्ट द्वारा लगवाए गये कैमरों के सामने धांधली करने का बेशर्म दुस्साहस कर सकते हैं, वो चुनाव जीतने के लिए कोई भी घपला-घोटाला करने के लिए उतारू हो सकते हैं, इसीलिए ये सजगता ज़रूरी है।
इसीलिए आप लोगों से ये विशेष अपील है कि आप लोग किसी भी भाजपाई ‘एक्जिट पोल’ के बहकावे में नहीं आएं और पूरी तरह से चौकन्ना रहते हुए, अपना आत्मविश्वास बनाए रखते हुए डटे रहें और जीत के अपने मूल-मंत्र ‘मतदान भी सावधान भी’ को याद रखते हुए, जीत का प्रमाण-पत्र लेकर ही संविधान, लोकतंत्र और देश की जनता की जीत का उत्सव मनाएं।