Kartik Chaturthi 2024: हर महीने चौथ होती है, तो कार्तिक की चौथ पर ही व्रत क्यों रखते हैं?

Kartik Chaturthi 2024: हर महीने चौथ होती है, तो कार्तिक की चौथ पर ही व्रत क्यों रखते हैं?

Kartik Chaturthi 2024: कार्तिक महीने में आने वाली चतुर्थी वर्ष की दूसरी चतुर्थी से अधिक महत्वपूर्ण है। कार्तिक चतुर्थी का महत्व क्या है, कब और क्यों स्त्रियां व्रत रखती हैं?

Kartik Sankashti Chaturthi 2024: कृष्ण पक्ष की चतुर्थी और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी गणपति की पूजा करना सबसे शुभ है। मान्यता है कि चतुर्थी पर भगवान गणेश की पूजा करने वाले लोगों को अपने मनपसंद मिष्ठानों का भोग लगाने में कोई बाधा नहीं होगी। परिवार का हर संकट दूर हो गया।

सालभर में बारह संकष्टी चतुर्थी और बारह विनायक चतुर्थी होती हैं, लेकिन कार्तिक महीने में आने वाली चौथ को व्रत रखना सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। कार्तिक चौथ 2024 में कब है और इस दिन व्रत रखने का महत्व क्या है? आइए जानते हैं।

कार्तिक माह 2024 कब से शुरू ?

कार्तिक महीना उत्सवों और दान-पुण्य का महीना है। 18 अक्टूबर 2024 को कार्तिक महीना शुरू होता है और 15 नवंबर को समाप्त होता है। कार्तिक महीना माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा का महीना माना जाता है। इस माह में किए गए व्रत अक्षय फल देते हैं।

कार्तिक संकष्टी चतुर्थी 2024 का दिनांक

वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी कार्तिक मास की चौथ है। कार्तिक महीने में 20 अक्टूबर 2024 को वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी मनाई जाएगी। इस दिन करवा चौथ भी है।

कार्तिक चौथ का व्रत खास क्यों है?

Karwa Chauth कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं और शाम को सिर्फ चंद्रमा को देखकर व्रत खोला जाता है। मान्यता है कि इस दिन जो सुहागिनों निर्जला व्रत करके भगवान गणेश, शिव-पार्वती और करवा माता की पूजा करते हैं, उन्हें अनंत सौभाग्य मिलता है। पति की आयु लंबी होती है.

करवा चौथ व्रत अक्सर उत्तर भारत के राज्यों (पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार) में मनाया जाता है।

कार्तिक वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी 2024 मुहूर्त

कार्तिक कृष्ण चतुर्थी तिथि शुरू – 20 अक्टूबर 2024, सुबह 06.46
कार्तिक कृष्ण चतुर्थी तिथि समाप्त – 21 अक्टूबर 2024, सुबह 04.16
चंद्रोदय – रात 07.54
करवा चौथ पूजा का समय (Karwa chauth 2024 Time)

करवा चौथ पूजा मुहूर्त – शाम 05:46 – रात 07:02

Related posts

 Dhanteras Deep Daan Muhurat: धनतेरस पर दीपक जलाने का सबसे अच्छा समय है; जानें किस दिशा में यम का दीपक’ रखें।

Dev Uthani Ekadashi 2024: देवउठनी एकादशी कब है? मांगलिक कार्य इस दिन से शुरू होते हैं, यहां जानिए सही दिन

Diwali 2024: दिवाली आने पर ये चीजें घर से तुरंत बाहर निकाल दें, तभी मां लक्ष्मी आपका भाग्य चमकाएंगी।