Indian Navy द्वारा 7 जनवरी 2025 को डॉ. डीएस कोठारी ऑडिटोरियम, डीआरडीओ भवन, नई दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त आध्यात्मिक गुरु बहन बीके शिवानी के नेतृत्व में ‘आत्म-परिवर्तन और आंतरिक जागृति’ पर एक परिवर्तनकारी कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला का आयोजन नौसेना कर्मियों की मानसिक और भावनात्मक जीवटता को बढ़ाने के लिए किया गया था। चीफ ऑफ मैटेरियल वाइस एडमिरल किरण देशमुख मुख्य अतिथि थीं।
कार्यशाला की शुरुआत स्वागत भाषण से हुई, जिसके बाद बहन बीके शिवानी दो घंटे के लिए इस सत्र में उपस्थित रहीं। कार्यशाला का उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता और भावनात्मक संतुलन को बढ़ावा देना और व्यावहारिक उपकरणों की बढ़ती आवश्यकता के बारे में जानकारी देना था, विशेष रूप से उन नौसेना कर्मियों के बीच जो उच्च तनाव वाली भूमिकाओं में कार्यरत हैं।
बहन बीके शिवानी ने मन और आंतरिक सद्भाव के महत्व पर अपनी गहन अंतर्दृष्टि से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने गहन और पारस्परिक सत्र में मानसिक तनाव के मूल कारणों को समझने और आत्म-जागरूकता, ध्यान और सकारात्मक सोच के माध्यम से इसे दूर करने के उपायों पर ध्यान केंद्रित किया। बहन बीके शिवानी ने इस बात पर जोर दिया कि मानसिक स्वास्थ्य हमारे विचारों से शुरू होता है। शांतिपूर्ण, सकारात्मक और सशक्त विचारों को चुनकर, हम अपने अनुभवों को बदल सकते हैं और एक खुशहाल और स्वस्थ जीवन बना सकते हैं।
मैटीरियल प्रमुख ने भाषण के समापन में, इस पहल की सराहना की तथा प्रोफेशनल और व्यक्तिगत संतुष्टि सुनिश्चित करने में मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि नौसेना कर्मियों का मानसिक स्वास्थ्य एक शांतिपूर्ण और सामंजस्यपूर्ण कार्य वातावरण के लिए आधार है। मैटीरियल प्रमुख ने मानसिक स्वास्थ्य की वकालत के लिए बहन बीके शिवानी के समर्पण की सराहना की। उन्होंने उपस्थित लोगों को कार्यशाला की शिक्षाओं को अपने दैनिक जीवन में शामिल करने के लिए प्रोत्साहित किया।
यह कार्यशाला Indian Navy द्वारा शुरू किए गए 60-दिवसीय आत्मनिर्भरता कार्यक्रम का हिस्सा थी जिसका उद्देश्य नौसेना कर्मियों और उनके परिवारों के बीच मानसिक स्वास्थ्य और आंतरिक सद्भाव को बढ़ावा देना था। इस कार्यशाला ने जीवन के सभी पहलुओं में मानसिक स्वास्थ्य की प्राथमिकता देने की आवश्यकता पर जोर दिया, तथा प्रतिभागियों को एकाग्रता और सकारात्मकता के साथ नेतृत्व करने के लिए प्रेरित किया। कार्यशाला में नौसेना अधिकारियों, नाविकों और रक्षा नागरिकों ने भाग लिया।
कार्यशाला की भारी सफलता ने समग्र कल्याण और परिचालन उत्कृष्टता पर नौसेना के उद्देश्य को मजबूत किया।
इस कार्यक्रम का Indian Navy के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर सीधा प्रसारण किया गया, जिससे विविध दर्शक इस समृद्ध सत्र से लाभान्वित हो सके।