India Alliance: चुनावी नतीजे के आने के ठीक बाद ही विपक्षी दलों की एकता में दरार आ गई है। खबर आ रही है कि हरियाणा में भी इंडी गठबंधन में बिखराव शुरू हो गया है। जिसे लेकर सियासी गलियारे में इस चर्चा का बाजार गरमा गया है।
चुनावों के बाद इंडिया गठबंधन टूटने लगा है। दिल्ली और राजस्थान में पहले ही इंडिया गठबंधन अलग-थलग हो गया है। वहीं, अब इंडिया गठबंधन भी हरियाणा में टूट चुका है। इंडिया गठबंधन को लेकर रोहतक से कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने एक बयान दिया है। इसमें उन्होंने कहा कि हमारा गठबंधन आम आदमी पार्टी के साथ सिर्फ लोकसभा चुनाव तक था। कांग्रेस ने निर्णय लिया है कि वह हरियाणा में चुनाव अकेले लड़ेगी। वह पूरी तरह से राज्य में चुनाव लड़ने में सक्षम है। उनका कहना था कि हरियाणा को बचाना है तो बदलाव चाहिए।
जैसे को तैसा वाली नीयत पर कांग्रेस
बता दें कि आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के साथ जैसा सुलूक दिल्ली में किया था,लोकसभा वैसा ही सुलूक कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी के साथ हरियाणा में किया, चुनाव के नतीजों के कुछ दिन बाद ही आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में इंडिया गठबंधन से अलग होने का फैसला किया और कांग्रेस को बताया कि उनका गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनाव तक सीमित था। हम अकेले दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।
गठबंधन से आम आदमी पार्टी को कोई लाभ नहीं हुआ।
India Alliance: के तहत दोनों पार्टियों ने लोकसभा चुनाव में मिलकर चुनाव लड़ा। जिसमें कांग्रेस ने तीन सीटों और आम आदमी पार्टी ने चार सीटों पर चुनाव लड़ा था। इंडिया गठबंधन को दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर हार मिली। उधर, दोनों ने हरियाणा में एक साथ चुनाव लड़ा था। जिनमें से कांग्रेस ने पांच सीटें जीतीं। लेकिन हरियाणा में आम आदमी पार्टी को कोई सीट नहीं मिली। दिल्ली में आम आदमी पार्टी को मिली करारी हार से पार्टी अभी भी उबर नहीं पाई है। दोनों पार्टियों के बीच फासले अभी से बढ़ते जा रहे हैं।