IIGF : केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री श्री जितिन प्रसाद इंडिया इंटरनेट गवर्नेंस फोरम के चौथे संस्करण का उद्घाटन करेंगे

IIGF : केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री श्री जितिन प्रसाद इंडिया इंटरनेट गवर्नेंस फोरम के चौथे संस्करण का उद्घाटन करेंगे


IIGF2024 में डिजिटल विभाजन को पाटने, जिम्मेदार एआई और सुरक्षित एवं समावेशी डिजिटल भविष्य के लिए संधारणीय इंटरनेट पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा

इंडिया इंटरनेट गवर्नेंस फोरम (IIGF) 2024 का आयोजन 9-10 दिसंबर, 2024 को भारत मंडपम कन्वेंशन सेंटर, प्रगति मैदान, नई दिल्ली में किया जाएगा। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और नेशनल इंटरनेट एक्सचेंज ऑफ इंडिया (एनआईएक्‍सआई) द्वारा समर्थित, देश के बहु-हितधारक समुदाय द्वारा की गई इस पहल का उद्देश्य इंटरनेट गवर्नेंस के अहम पहलुओं का पता लगाना, सार्थक संवाद को बढ़ावा देना और वैश्विक डिजिटल परिदृश्य में भारत के नेतृत्व को उजागर करना है।

इस कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी तथा वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री श्री जितिन प्रसाद द्वारा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव श्री एस. कृष्णन की उपस्थिति में किया जाएगा।

2021, 2022 और 2023 में आईआईजीएफ के सफल हाइब्रिड संस्करणों के बाद, इसका चौथा संस्करण “भारत के लिए इंटरनेट गवर्नेंस में नवाचार” थीम के तहत आयोजित किया जाएगा। यह फोरम डिजिटल डिवाइड को पाटने, ऑनलाइन माहौल में विश्वास और सुरक्षा बढ़ाने तथा राष्ट्र निर्माण के लिए उन्नत प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाने पर ध्यान केंद्रित करेगा और ये एक सुरक्षित, समावेशी और नैतिक रूप से इंटरनेट गवर्नेंस की आवश्यकता पर जोर देगा।

आईआईजीएफ 2024 की मुख्य विशेषताएं:

आईआईजीएफ 2024 एक सुरक्षित, समावेशी और संधारणीय डिजिटल इकोसिस्‍टम को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण विषयों को संबोधित करेगा। चर्चाएं सशक्त कनेक्शन पर केंद्रित होंगी, जिसमें डिजिटल विभाजन को पाटने के लिए बढ़ी हुई पहुंच, समावेशन और डिजिटल अधिकारों पर जोर दिया जाएगा। फोरम संतुलित, विकास-उन्मुख नीतियां बनाने के लिए कानूनी और विनियामक ढांचों का पता लगाएगा, जो इंटरनेट गवर्नेंस को मजबूत करते हैं। एक अन्य प्रमुख फोकस जिम्मेदार एआई पर रहेगा, जो समाज के फायदे के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता के नैतिक और प्रभावी उपयोग को बढ़ावा देता है।

इसके अलावा, और पर्यावरण अनुकूल तथा संधारणीय इंटरनेट का निर्माण डिजिटल क्षेत्र में ऊर्जा-कुशल प्रथाओं और पर्यावरणीय स्थिरता को सामने लाएगा, जबकि विश्‍वास और सुरक्षा साइबर सुरक्षा को बढ़ाने और ऑनलाइन माहौल में उपयोगकर्ता के भरोसे को बढ़ाने के उपायों को संबोधित करेगी। ये व्यापक चर्चाएं विभिन्न क्षेत्रों के हितधारकों को इंटरनेट गवर्नेंस में दबाव वाली चुनौतियों से निपटने और अवसरों का दोहन करने के लिए एकजुट करेंगी।

आईआईजीएफ: सुरक्षित, समावेशी और सुलभ डिजिटल भविष्य सुनिश्चित करना

इंडिया इंटरनेट गवर्नेंस फोरम (आईआईजीएफ), संयुक्त राष्ट्र इंटरनेट गवर्नेंस फोरम (यूएन आईजीएफ) का भारतीय अध्याय है, जो एक वैश्विक बहु-हितधारक मंच है और ये इंटरनेट से संबंधित सार्वजनिक नीति के मुद्दों पर संवाद को बढ़ावा देता है। 2021 में स्थापित, आईआईजीएफ सरकार, नागरिक समाज, उद्योगों, तकनीकी समुदायों, विचार मंच और उद्योग संघों के प्रतिनिधियों के बीच सहयोगात्मक चर्चाओं को बढ़ावा देता है। 14-सदस्यीय बहु-हितधारक समिति द्वारा समर्थित, आईआईजीएफ का उद्देश्य संबंधित चुनौतियों और जोखिमों को संबोधित करते हुए इंटरनेट के अवसरों को अधिकतम करना है।

अपने समावेशी और सहयोगात्‍मक दृष्टिकोण के लिए जाना जाने वाला आईजीएफ साइबर सुरक्षा, डिजिटल समावेशन, डेटा गोपनीयता और उभरती प्रौद्योगिकियों जैसे मुद्दों को संबोधित करते हुए एक खुले, सुरक्षित और सुलभ इंटरनेट के लिए नीतियों को आकार देने में एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

प्रतिभागी इस कार्यक्रम के लिए पंजीकरण कर सकते हैं और https://indiaigf.in/agenda-2/ पर एजेंडा देख सकते हैं।

Related posts

Dr. Mansukh Mandaviya ने एशिया-प्रशांत बधिर खेलों में ऐतिहासिक प्रदर्शन के लिए भारतीय टीम को बधाई दी

NHAI के चेयरमैन ने ग्रीन बॉन्ड को टिकाऊ बुनियादी ढांचे के विकास के लिए एक बेंचमार्क पहल बताया

भारतीय रिज़र्व बैंक (IBBI) के डिप्टी गवर्नर श्री एम. राजेश्वर राव ने बैंक परिसंपत्तियों की गुणवत्ता में सुधार लाने में आईबीसी की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला