Gold Price Forecast: बीते दिनों पेश बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण ने सोने पर कस्टम ड्यूटी को कम करने का प्रस्ताव दिया था। सोने की कीमतों में इसके बाद भारी गिरावट आई।
सोना अब बजट के बाद आई तेज गिरावट से उबरने लगा है और कीमतें फिर से बढ़ने लगी हैं। ताजे भू-राजनीतिक तनाव के कारण सोने की कीमतों को चढ़ने में मदद की है। वहीं दूसरी ओर घरेलू स्तर पर कीमतों को सरकार से समर्थन मिलने के अनुमान जाहिर किए जा रहे हैं.
एमसीएक्स पर सोने की नवीनतम दरें
शुक्रवार को मल्टी कमॉडिटी एक्सचेंज (MCX) पर अक्टूबर 2024 की समाप्ति वाले वायदे सौदे का मूल्य 69,792 रुपये प्रति 10 ग्राम था। व्यापार के दौरान सोना एक बार प्रति 10 ग्राम 70 हजार रुपये के पार चला गया। शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 2,500 डॉलर के स्तर को छूने के बाद अंत में 2,486 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस पर बंद हुआ।
इस कारण आई कीमतें में तेजी
भू-राजनीतिक तनावों को सप्ताह के अंत में सोने की कीमतों में आई तेजी का सबसे बड़ा कारण बताया जा रहा है। ईरान में हमास नेता इस्माइल हानिया की हत्या कर दी गई।हत्या के आरोप इजरायल पर लगाए जा रहे हैं, जो पहले ही हमास के साथ युद्धरत है। इस घटना के बाद पश्चिम एशिया के दो बड़े देशों, इजरायल और ईरान की तनातनी बढ़ गई है
बजट के बाद सोना इतना सस्ता हुआ
पिछले महीने आए बजट ने सोना समेत अन्य कीमती धातुओं को सस्ता कर दिया था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोने पर कस्टम ड्यूटी को 15 प्रतिशत से घटाकर 6 प्रतिशत करने का प्रस्ताव किया। सोने की कीमतों में उसके बाद तेजी से गिरावट आई। कस्टम ड्यूटी कम होने से सोने की कीमत लगभग 5000 रुपये प्रति दस ग्राम तक गिर गई और 68 हजार रुपये से भी नीचे चली गई।
सोना-चांदी पर जीएसटी बढ़ाने की तैयारी
अब सोने की कीमतें वैश्विक कारणों के अलावा घरेलू कारणों से भी बढ़ सकती हैं। वास्तव में लोगों को डर है कि सरकार कस्टम ड्यूटी को हटाने के बाद सोने पर जीएसटी को बढ़ा सकती है। वर्तमान में सोने और चांदी पर 3% जीएसटी लगता है। सरकार इसे 5% कर सकती है।