Delhi CM Atishi और रमेश बिधूड़ी के भतीजे के खिलाफ कार्रवाई की गई है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ FIR दर्ज की है, और उन पर चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है।
दिल्ली पुलिस ने Delhi CM Atishi और रमेश बिधूड़ी के बेटे के खिलाफ FIR दर्ज की है, जो कालकाजी विधानसभा क्षेत्र के गोविंदपुरी इलाके में हुए हंगामे से संबंधित है। दोनों पर चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप है, और Delhi CM Atishi के समर्थकों पर भी मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस का आरोप है कि Delhi CM Atishi के समर्थकों ने चुनाव ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों से बदसलूकी की और खुद को चुनाव आयोग का कर्मचारी बताकर भाजपा उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी के भतीजे का रास्ता रोका। इसके जवाब में रमेश बिधूड़ी के भतीजे के खिलाफ भी क्रॉस कार्रवाई के तहत FIR दर्ज की गई। इस पर दिल्ली पुलिस की कार्रवाई को लेकर Delhi CM Atishi और अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके पुलिस और चुनाव आयोग पर सवाल उठाए।
Delhi CM Atishi और केजरीवाल ने अपनी नाराजगी व्यक्त की
Delhi CM Atishi ने ट्वीट किया कि दिल्ली पुलिस ने कल रात बिना किसी कारण दो युवाओं को हिरासत में लिया, जो चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्टिंग कर रहे थे और वीडियो बना रहे थे। जबकि उल्लंघन करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, उन लोगों पर एक्शन लिया गया जो उल्लंघन के खिलाफ रिपोर्ट कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दिल्ली में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने की बात तो की जा रही है, लेकिन चुनाव आयोग का रवैया भी समझ से परे है। रमेश बिधूड़ी के परिवार के सदस्य खुलेआम आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। जब उन्होंने पुलिस और ECISVEEP से शिकायत की तो उनके खिलाफ ही केस दर्ज कर लिया गया। उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार से सवाल किया कि वे चुनावी प्रक्रिया की कितनी धज्जियां उड़ाएंगे।
Delhi CM Atishi ने ट्वीट किया कि जब खुलेआम हो रही गुंडागर्दी के खिलाफ शिकायत की गई, तो चुनाव आयोग ने दिल्ली की मुख्यमंत्री के खिलाफ पुलिस केस दर्ज कर दिया। अब यह दिल्ली पुलिस और चुनाव आयोग का ऑफिशियल स्टैंड बन चुका है। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस और चुनाव आयोग का असली काम आम आदमी पार्टी के खिलाफ खुद गुंडागर्दी करना, भाजपा की गुंडागर्दी को बढ़ावा देना और शराब, पैसे और सामान बांटना है। अगर कोई उन्हें इस काम से रोकता है, तो उस पर पुलिस और चुनाव आयोग के काम में हस्तक्षेप करने का केस दर्ज किया जाएगा।