Aman Arora: सात और सीबीजी परियोजनाएं पाइपलाइन में हैं, 2024 के अंत तक चालू हो जाएंगी
Aman Arora: पंजाब को स्वच्छ और हरित ऊर्जा उत्पादन में देश में अग्रणी राज्य बनाने के उद्देश्य से, पंजाब के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत मंत्री श्री अमन अरोड़ा ने कहा कि इस साल के अंत तक सात और कम्प्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) परियोजनाओं के चालू होने की उम्मीद है। चालू होने पर, ये परियोजनाएँ सालाना कम से कम 4.20 लाख टन धान की पराली का उपभोग करके प्रतिदिन 79 टन सीबीजी का उत्पादन करेंगी।
श्री अमन अरोड़ा ने आज यहां अपने कार्यालय में पंजाब ऊर्जा विकास एजेंसी (पीईडीए) द्वारा राज्य में क्रियान्वित की जा रही परियोजनाओं की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि पंजाब सरकार ने 469.50 टीपीडी की कुल क्षमता वाली 38 सीबीजी परियोजनाएं आवंटित की हैं, जिनमें कृषि अवशेषों का उपयोग फीडस्टॉक के रूप में किया जाता है। ये परियोजनाएं मुख्यमंत्री श्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा पराली जलाने की घटनाओं को शून्य करने के प्रयासों को आगे बढ़ाएंगी, साथ ही किसानों के लिए आय का एक अतिरिक्त स्रोत पैदा करेंगी और कुशल और अकुशल कर्मचारियों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करेंगी।
उन्होंने आगे कहा कि सी.बी.जी. परियोजनाओं के लिए पर्याप्त गुंजाइश है क्योंकि राज्य में हर साल लगभग 20 मिलियन टन धान की पराली पैदा होती है, जिसमें से लगभग 10 मिलियन टन का वैज्ञानिक तरीके से निपटान किया जाता है। नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत सचिव श्री रवि भगत ने श्री अमन अरोड़ा को बताया कि प्रतिदिन 462 टन सी.बी.जी. की कुल क्षमता वाली 32 और परियोजनाएँ आबंटन की प्रक्रिया में हैं। इन परियोजनाओं में सालाना लगभग 14.04 लाख टन धान की पराली की खपत होगी।
श्री अमन अरोड़ा ने सोलर पंप योजना की स्थिति की भी समीक्षा की जिसके तहत राज्य में कृषि उद्देश्यों के लिए 20,000 नए सोलर पंप उपलब्ध कराए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि ये सोलर पंप उन किसानों को आवंटित किए जाएंगे, जिनके पास डार्क जोन में स्प्रिंकलर और ड्रिप सिंचाई प्रणाली है, ताकि कीमती भूजल को बचाया जा सके। किसानों को सोलर पंप के लिए 60 प्रतिशत सब्सिडी मिलेगी।
उन्होंने पेडा निदेशक श्री एमपी सिंह को राज्य में चल रही हरित ऊर्जा परियोजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाने को भी कहा।