Delhi School: दिल्ली के स्कूलों में बम की धमकी वाला ईमेल कहां से भेजा गया था, पता चला है। इंटरपोल ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को बताया कि रूस नहीं यूके की कंपनी से ईमेल भेजे गए थे।
Delhi School: एक मई को दिल्ली में बम होने की धमकी वाला ईमेल भेजकर सनसनी फैलाई गई। एहतियातन स्कूलों को खाली कर दिया गया था और पुलिस की जांच में कुछ भी नहीं मिला था। पुलिस की जांच में पता चला कि यूके की एक कंपनी के सर्वर से बम धमकी वाला ईमेल स्कूलों में भेजा गया था। इंटरपोल से स्पेशल सेल को मिले जवाब में यह खुलासा हुआ है।
UK Company से भेजा गया ईमेल
रूस से प्राप्त उत्तर में बताया गया है कि यह ई-मेल यूके में एक कंपनी के सर्वर से भेजा गया है। वहीं, संस्था ही ई-मेल भेजने वाले व्यक्ति की सूचना दे सकती है। जानकारी के अनुसार, बीते एक मई को दिल्ली के पच्चीस से अधिक स्कूलों में बम होने का ई-मेल भेजा गया था। राजधानी के स्कूलों में इससे धक्का लग गया था। दिल्ली के स्कूलों को पहले भी धमकी भरे ई-मेल और कॉल आए थे, लेकिन इस बार कई स्कूलों को एक साथ धमकी भरा ई-मेल भेजा गया। दिल्ली पुलिस ने इन स्कूलों में हर जगह छानबीन की, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं पाया।
मेल एक ही आईडी से भेजा गया था
इस घटना का मामला स्पेशल सेल में दर्ज किया गया था। प्रारंभिक जांच में पता चला कि सभी स्कूलों को रूस के सर्वर से एक ही आईडी से ई-मेल भेजा गया था। स्पेशल सेल ने इंटरपोल के माध्यम से रूस को पत्र लिखकर सूचना मांगी थी। हाल ही में इसका उत्तर मिला। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, दूसरी ओर, इंटरपोल के माध्यम से यूके की इस कंपनी से संपर्क करने की कोशिश कर रही है।
पुलिस ने स्टेटस रिपोर्ट दी
दिल्ली हाईकोर्ट को पुलिस ने बताया कि राजधानी में स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी के बारे में एक याचिका पर पांच बम निरोधक दस्ते (बीडीएस) और बम का पता लगाने वाली 18 टीम हैं। दिल्ली पुलिस ने 16 मई को अदालत में दाखिल एक स्टेटस रिपोर्ट में कहा कि उसने पिछले साल स्कूलों में बम होने की धमकियों के मामलों से निपटने के लिए दिशानिर्देश जारी किए थे और बीडीएस के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति का आदेश भी दिया था। स्टेटस रिपोर्ट के अनुसार, एक जनवरी 2023 से छह मई के बीच स्कूलों में 120 अभ्यास (मॉक ड्रिल) हुए।