CM Yogi ने सिंचाई विभाग की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी परियोजनाओं को समय पर पूरा किया जाए।
CM Yogi का कहना था कि देरी से न केवल लागत बढ़ती है, बल्कि लोगों को लाभ मिलने में देरी होती है। इसलिए, काम की समयबद्धता सबसे महत्वपूर्ण होनी चाहिए।
सिंचाई विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ सख्त दिखे। उनका कहना था कि विकास कार्यों में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अफसरों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महत्वपूर्ण निर्देश दिए। सीएम योगी ने विभाग से कहा कि वे कार्यों की गुणवत्ता, समयबद्धता और कर्मचारियों की ट्रेनिंग पर विशेष ध्यान दें। साथ ही, उन्होंने अगले वर्ष बाढ़ से बचने के लिए एक कार्ययोजना बनाने का भी आदेश दिया। साथ ही, उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, जो काम की गुणवत्ता पर जोर देता है।
कार्य की समयबद्धता और गुणवत्ता पर जोर
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी परियोजनाओं को समय पर पूरा किया जाए। उनका कहना था कि देरी से न केवल लागत बढ़ती है, बल्कि लोगों को लाभ मिलने में देरी होती है। इसलिए, काम की समयबद्धता सबसे महत्वपूर्ण होनी चाहिए।
कर्मचारियों को प्रशिक्षण देना अनिवार्य है
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सिंचाई विभाग के कर्मचारियों को उचित प्रशिक्षण देकर उनकी क्षमता बढ़ाई जाएगी। साथ ही, उन्होंने बताया कि नई तकनीकों का उपयोग करके कार्यों की दक्षता और गुणवत्ता में सुधार किया जा सकता है। ट्रेनिंग के माध्यम से कर्मचारियों को आधुनिक तकनीकों से अवगत कराया जाना चाहिए, ताकि बाढ़ नियंत्रण और जल प्रबंधन के कार्य प्रभावी ढंग से किए जा सकें।
बाढ़ सुरक्षा के लिए तैयार करें योजना
मुख्यमंत्री ने आने वाले वर्ष में संभावित बाढ़ के खतरे से निपटने के लिए पहले से तैयार रहने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि बाढ़ से बचाव के लिए अगले वर्ष की कार्य योजना जन प्रतिनिधियों और जिला प्रशासन के साथ मिलकर तैयार की जाए। योजना के तहत बाढ़ संभावित क्षेत्रों की पहचान कर, वहां तटबंधों की मरम्मत, जल निकासी व्यवस्था और अन्य आवश्यक तैयारियां समय रहते पूरी की जानी चाहिए। बैठक में प्रमुख सचिव सिंचाई और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया और मुख्यमंत्री को विभाग के चल रहे कार्यों की प्रगति से अवगत कराया।