CM Yogi Adityanath महाकुम्भ में तीन दिवसीय सद्भावना सम्मेलन में पहुंचे
CM Yogi Adityanath अपने व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद मानव उत्थान सेवा समिति के सद्भावना सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे। सम्मेलन में पहुंचकर मुख्यमंत्री जी ने वहां मौजूद श्रद्धालुओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सद्गुरु श्री सतपाल जी महराज के गुरुदेव एक सिद्ध योगी थे, उनकी साधना ने भारत के सनातन धर्म की पवित्र परम्परा से आगे बढ़कर मानव कल्याण का जो मार्ग प्रशस्त किया, उसी परम्परा का निर्वहन करते हुए देश और दुनिया में सनातन धर्म के मूल्यों को को पूरी मजबूती के साथ स्थापित करने का काम सतपाल जी महराज इस सद्भावना सम्मेलन के माध्यम से कर रहे हैं। सनातन धर्म यह तेरा या मेरा का संकुचित भाव लेकर नहीं चलता बल्कि वसुधैव कुटुम्बकम की भावना लेकर चलता है और उसी सद्भावना का संदेश पूरी मानवता को लिए देने के लिए सनातन धर्म आगे बढ़ रहा है। जब पूरी दुनिया में मानवता कराह रही है, तब सनातन धर्म विश्व मानवता को एक मार्ग दिखा सकता है और यह मार्ग इस सद्भावना सम्मेलन के माध्यम से, इस सम्मेलन में उपस्थित समुदाय और उपस्थित श्रद्धालुओं के माध्यम से मिल सकता है। CM Yogi Adityanath, केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह जी के साथ अपने व्यस्त कार्यक्रम के समापन के बाद सद्भावना सम्मेलन में हिस्सा लेने गए।
CM Yogi Adityanath ने सद्भावना सम्मेलन के उद्देश्यों की तरफ इशारा करते हुए कहा कि मानवता की सेवा ही असली महाकुम्भ है। अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री जी ने यह भी बताया कि वह अपने आज के इस दौरे में एयरपोर्ट पहुंच गए थे, स्टेट प्लेन में बैठने जा रहे थे, तभी उन्होंने श्री सतपाल जी महराज से बात की, तो पता चला कि उनका कार्यक्रम अभी चल रहा है, जिसके बाद वह एयरपोर्ट से वापस लौट आए और इस सम्मलेन में उनके साथ शामिल हुए। सम्मलेन में श्री सतपाल जी महाराज के अलावा मां अमृता रावत और श्री सतपाल जी महराज के बेटे विभु और सुयश महराज भी मौजूद रहे। प्रदेश के मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’ भी इस अवसर पर उपस्थित थे। सद्गुरु श्री सतपाल जी महराज ने दिव्य और भव्य महा कुम्भ की व्यवस्था की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री जी का जिक्र किया और कहा कि संत जब राजनीति में होता है तो राजनीति निष्काम और पवित्र हो जाती है।