उत्तर प्रदेश के CM Yogi Adityanath ने आज बलरामपुर जिले के माँ पाटेश्वरी देवी शक्तिपीठ, तुलसीपुर में चैत्र नवरात्रि राजकीय मेले 2025 की तैयारियों को लेकर बैठक की। उन्होंने जिले की विकास योजनाओं की प्रगति की भी जानकारी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री ने माँ पाटेश्वरी विश्वविद्यालय, बलरामपुर के ‘लोगो’ और वेबसाइट का लोकार्पण किया तथा विश्वविद्यालय के निर्माण से संबंधित अपडेट प्राप्त किए।
CM Yogi Adityanath ने कहा कि माँ पाटेश्वरी देवी शक्तिपीठ, तुलसीपुर श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र है, जहां चैत्र नवरात्रि मेले के दौरान लाखों श्रद्धालु आते हैं। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिया कि श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां समय पर पूरी कर ली जाएं। विशेष रूप से सीसीटीवी कैमरे, एनाउंसमेंट सिस्टम और महिला सुरक्षा से संबंधित प्रबंधों को प्रभावी ढंग से लागू करने का आदेश दिया।
स्वच्छता पर जोर देते हुए उन्होंने निर्देश दिया कि मेले में सिंगल यूज प्लास्टिक और जल-जमाव की समस्या न हो। उन्होंने मोबाइल टॉयलेट, कूड़ा निस्तारण और छिड़काव की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश पुलिस की सराहनीय सेवाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि चैत्र नवरात्रि मेले में भी पुलिस कर्मियों का व्यवहार श्रद्धालुओं के प्रति सौहार्दपूर्ण होना चाहिए। पार्किंग की समुचित व्यवस्था करने पर भी बल दिया गया।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पर्याप्त बसों की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु परिवहन विभाग से समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने ई-रिक्शा और टैक्सियों की सुव्यवस्थित व्यवस्था करने के साथ-साथ मेले के दौरान महाकुंभ और रामायण से जुड़ी वीडियो डिस्प्ले लगाने पर भी जोर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्प्रिचुअल टूरिज्म को बढ़ावा दिया जाए, क्योंकि आस्था भी आजीविका का माध्यम बन सकती है, जिसका सबसे बड़ा उदाहरण प्रयागराज महाकुंभ-2025 है।
CM Yogi Adityanath ने यह भी बताया कि बलरामपुर मुख्यालय को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिससे नागरिकों को आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। इसके अलावा, उन्होंने बाढ़ से बचाव के लिए पहले से आवश्यक तैयारियां करने के निर्देश दिए।
राज्य सरकार के आठ वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में 25 से 27 मार्च 2025 तक विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन की घोषणा की गई, जिसमें स्थानीय कलाकारों, युवाओं, महिलाओं, उद्यमियों और आम जनता की सहभागिता सुनिश्चित करने पर बल दिया गया।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधि और शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।