CM Yogi Adityanath ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से देश में सहकारिता आंदोलन नई ऊँचाइयों की ओर बढ़ रहा है।
CM Yogi Adityanath ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रेरणा से देश में सहकारिता आंदोलन नई ऊँचाइयों की ओर बढ़ रहा है। भारत में पहली बार सहकारिता मंत्रालय का गठन हुआ है, और इसका नेतृत्व देश के लोकप्रिय गृहमंत्री श्री अमित शाह जी को सौंपा गया। आज सहकारिता आंदोलन हर गांव, गरीब, किसान, युवा और महिला को इस अभियान से जोड़ने में सफल हो रहा है। यदि हम कुछ नया लाना चाहते हैं तो इस आंदोलन से जुड़कर परस्पर समन्वय और सहकारिता के माध्यम से यह संभव होगा।
मुख्यमंत्री जी आज अपने सरकारी आवास पर ‘अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025’ की शुरुआत के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में यह बातें साझा कर रहे थे। इस दौरान, मुख्यमंत्री जी ने निजी उद्यमी गारंटी योजना के तहत उत्तर प्रदेश राज्य भंडारण निगम के दो गोदामों का उद्घाटन किया, जिनमें मंझनपुर, जनपद कौशाम्बी में 15,000 मीट्रिक टन और हरिहरपुर, जनपद सुलतानपुर में 5,000 मीट्रिक टन क्षमता वाले गोदाम शामिल हैं। इसके अलावा, मुख्यमंत्री जी ने अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 के तहत ‘रन फॉर कोऑपरेशन’ मैराथन का भी शुभारंभ किया, जिसमें युवाओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
मुख्यमंत्री जी ने भारत गणतंत्र के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई दी और कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, सरदार वल्लभभाई पटेल, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर सहित सभी ज्ञात और अज्ञात स्वतंत्रता सेनानियों और क्रांतिकारियों ने देश की आजादी के लिए अपना सब कुछ बलिदान कर दिया। एक ओर जहाँ पूरा देश संविधान लागू होने के 75 वर्ष पूर्ण होने का उत्सव मना रहा है, वहीं दूसरी ओर हम आज लखनऊ में अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 की शुरुआत कर रहे हैं, जो प्रदेश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री जी ने आगे कहा कि प्रयागराज में इस सदी का महाकुंभ सहकारिता का एक बेहतरीन उदाहरण है। आज गणतंत्र दिवस पर प्रयागराज महाकुंभ में ढाई से तीन करोड़ श्रद्धालु स्नान करने पहुंचे हैं, और वहां की सभी व्यवस्थाएं आपस में सहयोग से ऑटो मोड पर चल रही हैं। यही सहकारिता का असली रूप है। सहकारिता भारतीय समाज का हिस्सा है, और यदि हमें एक आत्मनिर्भर भारत बनाना है, तो हमें सहकारिता को अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाना होगा।
मुख्यमंत्री जी ने यह भी कहा कि पिछले कुछ वर्षों में प्रदेश में सहकारिता आंदोलन सकारात्मक दिशा में बढ़ा है। सहकारी समितियों के पुनर्जीवन, गांवों के विकास और किसानों के स्वावलंबन के प्रयासों के साथ-साथ जिला सहकारी बैंकों के पुनर्निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। पैक्स इकाइयों को डिजिटलाइजेशन से जोड़ा गया है, और इनकी लिमिट 10 लाख रुपये तय की गई है, जिसे सरकार बढ़ाने का विचार कर रही है। अगर इसे डिजिटल भुगतान से जोड़ा जाता है, तो किसानों और श्रमिकों को इसका काफी फायदा होगा। सहकारिता आंदोलन से जुड़े हर पैक्स को इस लाभ का हिस्सा बनने का अवसर मिलेगा, जो आज के समय की सबसे बड़ी उपलब्धि होगी। हमें इस अभियान को निरंतर आगे बढ़ाना है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमें हर गांव में वेयरहाउस के निर्माण की दिशा में कदम बढ़ाना होगा, जैसे उत्तर प्रदेश की हर ग्राम पंचायत आत्मनिर्भर बनने की ओर अग्रसर है। प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक मॉडल शॉप बनाई जा रही है, जो पहले फेयर प्राइस शॉप के नाम से जानी जाती थी। प्रधानमंत्री जी ने इन फेयर प्राइस शॉप को मॉडल शॉप के रूप में विकसित करने का निर्देश दिया था, और हमनें इसे लागू किया, साथ ही तकनीकी समाधान को भी अपनाया। इन मॉडल शॉप्स में अब दैनिक उपयोग की आवश्यक वस्तुएं बेची जा सकती हैं। इसके साथ-साथ, एक वेयरहाउस की भी व्यवस्था की गई है, जिससे प्रत्येक ग्राम पंचायत में 5 से 7 व्यक्तियों को रोजगार मिल रहा है। इस व्यवस्था के माध्यम से हम युवाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। गांवों में उत्पादों का भंडारण गांव के भीतर करना बहुत महत्वपूर्ण है। आज, कौशाम्बी में 15,000 मीट्रिक टन और सुलतानपुर में 5,000 मीट्रिक टन भंडारण क्षमता वाले वेयरहाउसों का उद्घाटन किया जा रहा है। इसके साथ ही, ब्लॉक और ग्राम पंचायत स्तर पर भी वेयरहाउस बनाना आवश्यक है।
इस कार्यक्रम में सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जे.पी.एस. राठौर ने भी अपना संबोधन दिया। इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य श्री अवनीश कुमार सिंह, श्री पवन कुमार सिंह, श्री मुकेश शर्मा, श्री उमेश द्विवेदी, श्री रामचंद्र प्रधान, लखनऊ की महापौर श्रीमती सुषमा खर्कवाल, मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त श्रीमती मोनिका एस. गर्ग, प्रमुख सचिव सहकारिता श्री सौरभ बाबू सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।