CM Yogi Adityanath : देश-दुनिया से आ रहे तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के सुगम आवागमन, बेहतर आवासीय सुविधा और आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित सहायता उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध
- मुख्यमंत्री ने मेला क्षेत्र में निर्माणाधीन टेण्ट सिटी का भौतिक निरीक्षण किया
- चिकित्सा सुविधाओं की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्वरूप रानी अस्पताल और बर्न यूनिट का निरीक्षण किया, मेले में आने वाले वृद्धों, बच्चों, महिलाओं
एवं दिव्यांगजन का विशेष ध्यान रखने के निर्देश - मुख्यमंत्री ने प्रयागराज जंक्शन पर तैयारियों का निरीक्षण किया रेलवे के 5,000 प्रवास की क्षमता वाले आश्रय स्थल में व्यवस्थाओं का अवलोकन किया, रेलवे द्वारा तैयार चिकित्सा सहायता केंद्र का निरीक्षण किया
- प्रयागराज एयरपोर्ट का मुआयना किया, एयरपोर्ट पर सभी तैयारियां जनवरी के प्रथम सप्ताह में पूरा करने के निर्देश
- मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित दशाश्वमेध घाट पर गंगा जी की आरती और दशाश्वमेध महादेव मंदिर में दर्शन-पूजन किया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद प्रयागराज में महाकुम्भ-2025 की तैयारियों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि देश-दुनिया से आ रहे तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के सुगम आवागमन, बेहतर आवासीय सुविधा और आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित सहायता उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री जी ने मेला क्षेत्र में निर्माणाधीन टेण्ट सिटी का भौतिक निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि यहां ठहरने वाले लोगों के लिए भोजन की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए। ठण्ड के मौसम के दृष्टिगत सभी आवश्यक प्रबन्ध समय से कर लिए जाएं। महाकुम्भ में टेण्ट सिटी में प्रवास को लेकर आमजन में बड़ी उत्सुकता है। यहां प्रवास सुखद अनुभव देने वाला होगा। मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि संगम किनारे अरैल में तैयार हो रही इस सर्वसुविधायुक्त टेण्ट सिटी में 6,000 से अधिक लोगों के निवास की समुचित व्यवस्था की गई है। पूरे शिविर को आकर्षक ढंग से सुसज्जित
किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने वी0आई0पी0 सर्किट हाउस की व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री जी को अधिकारियों ने अवगत कराया कि प्रोटोकॉल प्रबन्धन के तहत मेला सर्किट हाउस में 250 शिविर, माननीय न्यायाधीशों के लिए 175 शिविर, टेण्ट सिटी के अंतर्गत 2,200 से अधिक शिविर आदि की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। यहां ए0डी0एम0 स्तर के 03 अधिकारियों के साथ पूरी टीम तैनात की जा रही है। यहां 02 क्रूज, 06 फ्लोटिंग जेट्टी, 04 वी0आई0पी0 बोट, 05 मोटर बोट, 50 गोल्फ कार्ट के साथ 50 पर्यटक गाइड की व्यवस्था की जा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने महाकुम्भ के दौरान चिकित्सा सुविधाओं की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्वरूप रानी अस्पताल और बर्न यूनिट का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि मेले के केन्द्रीय चिकित्सालय के साथ सतत संवाद एवं समन्वय बनाये रखा जाए। पूरा चिकित्सकीय तंत्र 24ग7 एक्टिव रहे। सभी स्थायी और अस्थायी अस्पतालों में डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ तथा दवाइयों की कोई कमी नहीं होनी चाहिए। महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग वार्ड बनाये जा रहे हैं। इनमें कार्मिकों की शिफ्टवार ड्यूटी सुनिश्चित की जाए। आपात स्थितियों में एम्बुलेंस का रिस्पॉन्स टाइम भी न्यूनतम किया जाए। मुख्यमंत्री जी ने मेले में आने वाले वृद्धों, बच्चों, महिलाओं एवं दिव्यांगजन का विशेष ध्यान रखने के भी निर्देश दिए। ज्ञातव्य है कि स्वरूपरानी चिकित्सालय के अंतर्गत तैयार 48 बेड की बर्न यूनिट में ऑपरेशन थिएटर और आई0सी0यू0 की सुविधा भी है।
मुख्यमंत्री जी ने प्रयागराज जंक्शन पर तैयारियों का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रदेश सरकार और रेलवे के अधिकारियों के बीच बेहतर समन्वय बनाये रखने पर जोर देते हुए कहा कि तीर्थयात्रियों के लिए रेलवे सबसे सुलभ साधन है। अनुमानतः इस बार ट्रेन से लगभग 10 करोड़ लोग महाकुम्भ आएंगे। विभिन्न राज्यों से आने वाले लोगों की सुविधा के लिए उचित होगा कि विभिन्न प्रान्तीय भाषाओं में रेलवे अनाउंसमेंट किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने रेलवे अधिकारियों के साथ संक्षिप्त बैठक में उनकी कार्ययोजना पर चर्चा की और कहा कि लोगों को रेलवे स्टेशन से महाकुम्भ मेला क्षेत्र तक पहुंचाने के लिए रोडवेज की बसें भी उपलब्ध कराई जाएंगी। मुख्यमंत्री जी ने रेलवे स्टेशन पहुंचकर सबसे पहले रेलवे द्वारा तैयार चिकित्सा सहायता केंद्र का निरीक्षण किया। यहां मेले के दौरान यात्रियों की बीमारी की स्थिति में प्रारंभिक जांच की सारी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। इसके उपरान्त मुख्यमंत्री जी ने रेलवे के 5,000 लोगों के प्रवास की क्षमता वाले आश्रय स्थल में व्यवस्थाओं का अवलोकन क़िया। रेलवे के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री जी को बताया कि इस बार प्रयागराज जंक्शन पर 22,000 लोगों के निवास की क्षमता के साथ ही, अलग-अलग आश्रय स्थल बनाये गए हैं, जबकि पूरे प्रयागराज में रेलवे ने 01 लाख लोगों के आश्रय के प्रबन्ध किए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने महाकुम्भ में पहली बार लागू हुए खास यू0टी0एस0 से मोबाइल टिकटिंग सेवा के बारे में भी जानकारी ली और फायर सेफ्टी से जुड़े रेलकर्मियों से बातचीत की। प्रयागराज रेलवे जंक्शन पर मुख्यमंत्री जी ने रेलवे कंट्रोल रूम का निरीक्षण भी किया। मुख्यमंत्री जी ने अपने भ्रमण के दौरान प्रयागराज एयरपोर्ट का मुआयना किया और एयरपोर्ट के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने एयरपोर्ट में चल रहे समस्त कार्यों पर संतोष व्यक्त किया और जनवरी के प्रथम सप्ताह में सभी कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिए। ज्ञातव्य है कि महाकुम्भ के दौरान बड़ी संख्या में लोग एयरपोर्ट के माध्यम से भी प्रयागराज आएंगे। इसके लिए मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर प्रयागराज एयरपोर्ट में भी यात्री सुविधाओं को लेकर व्यापक पैमाने पर कार्य किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री जी ने महाकुम्भ के दृष्टिगत की जा रही सभी तैयारियों का अवलोकन किया। नई बिलिं्डग में हो रहे विस्तार कार्यों का भी उन्होंने अवलोकन किया।
मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए कि 13 जनवरी से प्रारंभ हो रहे महाकुम्भ में यात्रियों का आवागमन बढ़ेगा, ऐसे में एयरपोर्ट पर सभी तैयारियां जनवरी के प्रथम सप्ताह में पूरी कर ली जाएं। उन्होंने प्रोजेक्ट साइट पर पूरा ले आउट प्लान भी देखा। मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि एयरपोर्ट पर तैयारियां उनकी मंशा के अनुरूप आगे बढ़ रही हैं। समस्त कार्य 31 दिसम्बर, 2024 तक पूर्ण किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। महाकुम्भ को लेकर एयरपोर्ट पर युद्धस्तर पर तैयारियां की जा रही हैं। एयरपोर्ट दिन के साथ-साथ रात में भी फ्लाइट लैंडिंग के लिए तैयार हैं। मुख्यमंत्री जी ने नवनिर्मित दशाश्वमेध घाट पर गंगा जी की आरती की और दशाश्वमेध महादेव मंदिर में दर्शन-पूजन कर महाकुम्भ-2025 के सफल आयोजन की कामना की।