CM Yogi Adityanath ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन सरकार जनकल्याणकारी योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। सभी वर्गों को बिना किसी भेदभाव के सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है, जिससे ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना साकार हो रही है। सरकार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और सतत विकास को प्राथमिकता देने के लिए प्रयासरत है।
CM Yogi Adityanath ने यह बातें बहराइच जिले के मिहींपुरवा (मोतीपुर) में 08 करोड़ 45 लाख रुपये की लागत से बने नए तहसील भवन के लोकार्पण और तहसील कार्मिकों के आवासीय भवन के शिलान्यास के अवसर पर कहीं। इस कार्यक्रम से पहले उन्होंने तहसील परिसर में हरिशंकरी पौधरोपण किया।
बहराइच का ऐतिहासिक महत्व
CM Yogi Adityanath ने कहा कि बहराइच की भूमि ऋषि परंपरा से जुड़ी हुई है। यहां महर्षि बालार्क का प्रसिद्ध आश्रम स्थित था और इसी कारण इस क्षेत्र को बहराइच नाम मिला। यह वही भूमि है जहां महाराज सुहेलदेव ने विदेशी आक्रांताओं को हराकर भारतीय गौरव को स्थापित किया। उनके पराक्रम का परिणाम था कि डेढ़ सौ वर्षों तक किसी विदेशी आक्रांता ने भारत पर आक्रमण करने का साहस नहीं किया।
प्रशासनिक सुधार एवं राजस्व मामलों का समाधान
CM Yogi Adityanath ने बताया कि एक आम नागरिक के लिए तहसील अत्यंत महत्वपूर्ण होती है क्योंकि यहां भूमि रिकॉर्ड, पैमाइश, नामांतरण, बंटवारा और अन्य राजस्व संबंधी मामलों का समाधान किया जाता है। 2017 से पहले प्रदेश में 33 लाख से अधिक राजस्व मामले लंबित थे, जो विवाद का कारण बनते थे। सरकार ने राजस्व संहिता लागू कर वाद निस्तारण की समय-सीमा तय की है और अब किसी भी स्तर पर लापरवाही होने पर जवाबदेही तय होगी।
उन्होंने कहा कि एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स ने 64,000 एकड़ भूमि अवैध कब्जे से मुक्त कराई, जो अब निवेश के लिए इस्तेमाल हो रही है। सरकार प्रदेश के हर गांव में ग्राम सचिवालय स्थापित कर रही है, जहां ऑप्टिकल फाइबर और वाई-फाई जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इससे गांव में ही बैंकिंग, प्रमाण पत्र और अन्य सरकारी सेवाएं प्राप्त की जा सकेंगी।
आधुनिक तकनीक से भूमि पैमाइश और तहसील सुधार
CM Yogi Adityanath ने कहा कि अब भूमि पैमाइश में धांधली नहीं चल सकेगी। सरकार सैटेलाइट आधारित तकनीक से यह सुनिश्चित करेगी कि गरीबों की जमीन का कोई अंश गलत तरीके से न छीना जाए। इसके लिए सुदृढ़ तहसील भवनों की आवश्यकता थी, जिसे सरकार पूरा कर रही है। अब तहसील अधिकारी आवासीय परिसर में रहकर लोगों की समस्याओं का तुरंत समाधान करेंगे।
उन्होंने बताया कि हर तहसील में फायर स्टेशन की स्थापना की जा रही है, ताकि अग्निकांड जैसी आपदाओं में जान-माल की हानि न हो। साथ ही, सड़क और आवागमन सुविधाओं को सुगम बनाने के लिए बड़े पैमाने पर कार्य किया जा रहा है।
बहराइच के विकास कार्य और पर्यटन की संभावनाएं
CM Yogi Adityanath ने कहा कि बहराइच की जीडीपी वर्ष 2017 में मात्र 6,934 करोड़ रुपये थी, जो 2023-24 में बढ़कर 25,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गई। उन्होंने मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत युवाओं को 5 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराने की घोषणा की, जिससे उन्हें रोजगार के बेहतर अवसर मिल सकें।
उन्होंने कहा कि बहराइच में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। यहां कतर्नियाघाट वन्य जीव अभयारण्य को ईको-टूरिज्म हब के रूप में विकसित किया जा रहा है। बहराइच में मेडिकल कॉलेज बन चुका है, और जल्द ही महाराज सुहेलदेव का विजय स्मारक भी जनता को समर्पित किया जाएगा। लखनऊ से बहराइच तक बेहतर सड़क संपर्क स्थापित किया गया है, जिससे पर्यटक आसानी से यहां आ सकें।
गरीबों और किसानों के लिए कल्याणकारी योजनाएं
CM Yogi Adityanath ने बताया कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत बहराइच में 2.10 लाख से अधिक गरीबों को घर मिले हैं। इसके अलावा:
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4.12 लाख गरीबों को शौचालय सुविधा दी गई।
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66,200 निराश्रित महिलाओं, 1.29 लाख वृद्धजनों और 20,000 दिव्यांगजनों को 12,000 रुपये वार्षिक पेंशन दी जा रही है।
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52,800 से अधिक बेटियों को मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना का लाभ मिला है, जिसके तहत सरकार 25,000 रुपये की आर्थिक सहायता देती है।
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मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत हजारों शादियां कराई गई हैं, और अब इस योजना की राशि 51,000 रुपये से बढ़ाकर 1 लाख रुपये की जा रही है।
भारतीय संस्कृति और राष्ट्रवाद पर जोर
CM Yogi Adityanath ने कहा कि पूरी दुनिया भारत की सनातन संस्कृति और परंपराओं की प्रशंसा कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत के महापुरुषों का सम्मान हर नागरिक का कर्तव्य है, और विदेशी आक्रांताओं का महिमामंडन करना राष्ट्र विरोधी मानसिकता को बढ़ावा देना है।
2025 और उत्तर प्रदेश की पहचान
CM Yogi Adityanath ने कहा कि महाकुंभ 2025 के सफल आयोजन के बाद दुनिया की नजरें उत्तर प्रदेश पर टिकी हुई हैं। प्रधानमंत्री ने भी महाकुंभ और प्रदेशवासियों के प्रयासों की प्रशंसा की है। महाकुंभ के दौरान 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर पहुंचे, जो भारत की सनातन संस्कृति का अद्वितीय उदाहरण है।
उपस्थित गणमान्य लोग
इस अवसर पर सांसद डॉ. आनंद कुमार गोंड, करण भूषण सिंह, विधायक श्रीमती सरोज सोनकर, श्री सुरेश्वर सिंह, श्री सुभाष त्रिपाठी, श्री राम निवास वर्मा, श्रीमती अनुपमा जायसवाल, विधान परिषद सदस्य डॉ. प्रज्ञा त्रिपाठी सहित कई जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।