याचिकाकर्ता ने दावा किया कि दिल्ली के CM Arvind Kejriwal का वजन लगभग छह से सात किलो घट गया है। अंतरिम जमानत के बाद भी दबाव बढ़ा है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में अंतरिम अवधि बढ़ाने की मांग की है। जमानत 7 की अपील करते हुए केजरीवाल ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है। उन्हें बताया गया है कि उन्हें PET-CT स्कैन सहित विभिन्न जांच करवानी होगी। याचिका में उन्होंने कहा कि जेल अधिकारियों का लापरवाही भरा व्यवहार उनके बिगड़ते स्वास्थ्य का कारण है। अपनी याचिका में उन्होंने कहा कि जेल में रहते हुए उन्हें कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ा, जिसके लिए कुछ हद तक लापरवाह और संवेदनहीन व्यवहार करने वाले जेल अधिकारी भी जिम्मेदार हैं।
याचिका में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 21 दिनों की अंतरिम जमानत का उपयोग उन्होंने चुनाव प्रचार के लिए किया था। इसके लिए उन्हें दिल्ली से बाहर भी जाना पड़ा। ऐसे में वह केवल अपने घर पर एक वरिष्ठ डॉक्टर से अपनी चिकित्सा की जांच करवा पाए। केजरीवाल ने कहा कि उनके स्वास्थ्य को देखते हुए डॉक्टर ने उन्हें सरेंडर करने से पहले पूरी तरह से बॉडी टेस्ट कराने को कहा है।
केजरीवाल को हो रही क्या-क्या परेशानी?
याचिका में आगे कहा गया है, दिल्ली के मुख्यमंत्री का वजन लगभग छह से सात किलो कम हुआ है। अंतरिम जमानत मिलने के बाद भी वजन नहीं बढ़ा है। इसके अलावा, उन्हें समय-समय पर चक्कर आना, घबराहट और जरूरत से ज्यादा सुस्ती जैसी परेशानी भी हो रही है।
उन्हें हाई ब्लड ग्लूकोज लेवल और यूरिन में हाई कीटोन लेवल की भी समस्या है, जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ने और किडनी संबंधी समस्याओं की आशंका बढ़ गई है। याचिका में कहा गया है, “25 मई को मैक्स अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने उनकी जांच की और कई टेस्ट कराने का निर्देश दिया।” इसमें कहा गया है कि पैट-सीटी स्कैन सहित अन्य जांच एक विशिष्ट श्रृंखला में की जानी चाहिए, जिसमें पांच से सात दिन लगेंगे।