Char Dham Yatra: इस बढ़ती भीड़ को कम करने के लिए भीड़ को नियंत्रित किया जा रहा है। श्रद्धालु मंदिर परिसर में मोबाइल फोन से फोटो खींचने और वीडियो बनाने में काफी समय लगा रहे हैं।
गंगोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ के चारों धामों के मंदिरों के 50 मीटर के दायरे में मोबाइल फोन का इस्तेमाल प्रतिबंधित है। भ्रामक जानकारी फैलाने वालों के खिलाफ सीधे एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। ऐसे में श्रद्धालु अब धामों में मोबाइल या सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का उपयोग नहीं कर पाएंगे।
गुरुवार को मुख्य सचिव ने सचिव पर्यटन को आदेश का सख्ती से पालन सुनिश्चित कराने को कहा।मुख्य सचिव ने कहा कि चारधाम में इस बार पिछले सालों की तुलना में कहीं अधिक लोग आ रहे हैं।
इस बढ़ती भीड़ को कम करने के लिए भीड़ को नियंत्रित किया जा रहा है। श्रद्धालु मंदिर परिसर में मोबाइल फोन से फोटो खींचने और वीडियो बनाने में काफी समय लगा रहे हैं। इसकी वजह से आसपास अत्यधिक भीड़ है।
बल्कि बस घूमने और रील बनाने के लिए आ रहे हैं। इससे श्रद्धालुओं को परेशानी होती है। किसी की भी आस्था को चोट नहीं लगी। जिन लोगों ने ऐसा किया है, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
पुराने वीडियो से भी फैलाया जा रहा है भ्रम
साथ ही, कई पुराने वीडियो भी सोशल मीडिया पर उपलब्ध हैं, जिनमें 10 मई से केदारनाथ में हड़ताल का वीडियो सबसे अधिक वायरल हो रहा है। हड़ताल समाप्त होने तक जारी रहने की बात कही जाती है।
इधर, ट्रैवल द कबीरा कई दिन से केदारनाथ में हैं और लगातार अपडेट दे रहे हैं। वह 11 सौ रुपये में वीआईपी दर्शन होने की बात का लगातार प्रचारित कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर कई पुराने वीडियो भी शेयर किए जा रहे हैं।
तय तिथि से पहले आने वालों को चेकपोस्ट पर उतारेंगे
गुरुवार को कार्यालय सभागार में बस, टैक्सी यूनियन और ट्रेवल एजेंसी संचालकों की बैठक हुई, जिसका नोडल अधिकारी आरटीओ सुनील शर्मा था। उन्होंने सभी परिवहन कंपनियों से अपील की है कि वे चारधाम यात्रा पर यात्रियों को ले जाएं, जिनका दर्शन का स्लॉट तीन या चार दिन के भीतर हो।
यात्रियों को, जिनके दर्शन का स्लॉट चार दिन से बाद का है, रास्ते में उतार दिया जाएगा। इसके साथ ही सिर्फ मालिक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। आरटीओ सुनील शर्मा ने बताया कि चारधाम में यात्रियों की भीड़ बढ़ रही है। ऐसे यात्री भी चारधाम में पहुंच रहे हैं, जो कई दिनों बाद देखा जा सकता है।
उन्होंने सभी परिवहन कारोबारियों से अपील की है कि ट्रिप कार्ड बनाते समय यात्री पंजीकरण में दर्शन का स्लॉट कब का होना सुनिश्चित करें। उसे दो या तीन दिन के भीतर यात्रा पर ले जाएं। उनका कहना था कि परिवहन और पर्यटन विभाग चेकपोस्ट पर चेकिंग कर रहे हैं, ताकि ऐसे यात्री नहीं जा रहे हैं जिनका दर्शन का स्लॉट बाद का है, उन्हें चेकपोस्ट पर ही उतारा जाएगा।