मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आतिशी से मिलने के बाद कहा कि केंद्र ने केजरीवाल जी के साथ सबसे अधिक भेदभाव किया।

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आतिशी से मिलने के बाद कहा कि केंद्र ने केजरीवाल जी के साथ सबसे अधिक भेदभाव किया।

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव: सपा अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली में भाजपा की सरकार बनने के बाद से मुख्यमंत्रियों की तकलीफ और परेशानियों बढ़ी है। केंद्र सरकार ने सबसे ज्यादा भेदभाव अगर किसी के साथ किया है तो दिल्ली सरकार के साथ किया है

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव: बुधवार सुबह, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने LNJP अस्पताल में आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता आतिशी से मुलाकात की। जो दिल्ली में जल संकट और हरियाणा से पानी की आपूर्ति को लेकर हाल ही में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे थे। 24 जून की देर रात आतिशी की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें यहां लाया गया था। इसी वजह से अखिलेश उनकी सेहत का हाल पूछने अस्पताल पहुंचे। AAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी अखिलेश यादव का स्वागत किया।

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आतिशी से मिलने के बाद कहा, ‘जब से दिल्ली में भाजपा की सरकार बनी है, मुख्यमंत्रियों की तकलीफ बढ़ी है, परेशानियां बढ़ी हैं। दिल्ली (केंद्र सरकार) से सहयोग और सहायता मिलनी चाहिए थी, लेकिन वह नहीं मिली। दिल्ली सरकार, खासकर अरविंद केजरीवाल, को केंद्रीय सरकार ने सबसे अधिक भेदभाव किया है। केंद्र सरकार लगातार उनके साथ परेशान है। जब उन्हें हर जगह से राहत मिलने का काम शुरू हो गया, जब वो बाहर आ जाते तो वे निकल ना पाएं सरकार ना चला पाएं इसलिए फिर उन पर ना जाने कौन सा मुकदमा लगाकर उनको फंसा दिया गया। CBI के लोग लगातार ऐसे लोगों को फंसाते हैं जिनसे इनको (भाजपा) से खतरा हैं।’

AAP ने अपने पूर्व अकाउंट पर इस बैठक की जानकारी देते हुए लिखा, “समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी ने दिल्लीवालों को उनके हक का पानी दिलाने के लिए अपनी जान की बाज़ी लगा देने वाली जल मंत्री आतिशी जी के स्वास्थ्य का LNJP अस्पताल पहुंचकर हालचाल जाना।” AAP सांसद संजय सिंह और विधायक दिलीप पांडे भी इस दौरान उपस्थित थे।’

बता दें कि आतिशी, जो सोमवार रात को अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर थी, सोमवार की सुबह उनकी स्थिति बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें LNJP अस्पताल में भर्ती कराया गया। पिछले पांच दिनों से वह कुछ भी नहीं खा रही थीं और दिल्ली के हिस्से का पानी हरियाणा से देने की मांग पर अनिश्चित भूख हड़ताल पर थीं। अस्पताल के डॉक्टरों ने तुरंत उन्हें भर्ती करने की सलाह दी क्योंकि उनका ब्लड शुगर लेवल आधी रात को 43 और सुबह 3 बजे 36 तक गिर गया। डॉक्टरों की सलाह पर मंगलवार सुबह उन्होंने अपना अनशन भी समाप्त कर दिया।

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