Shani-Surya चक्कर: 13 फरवरी को कुंभ राशि में सूर्य ने जन्म लिया था। सूर्य की राशि बदलते ही शनि ने सूर्य की युति बनाई, जो कुछ राशियों के लिए बहुत फायदेमंद है।
Sun Transit, Shani Transit: शनि देव कुंभ राशि में हैं, जहां अब सूर्य भी है। पिता-पुत्र की युति लगभग तीस वर्षों के बाद कुंभ राशि में हुई है, ज्योतिषीय गणना के अनुसार। 13 फरवरी को सूर्य ने कुंभ राशि में जन्म लिया था। सूर्य की राशि बदलते ही शनि और सूर्य की युति हुई, जो 13 मार्च तक चलेगी। सूर्य और शनि के लंबे समय तक एक ही राशि में रहने से कुछ राशियों को बहुत लाभ मिलेगा। इसलिए आइए जानते हैं कि 30 साल बाद कुंभ राशि में शनि और सूर्य की युति से किन राशियों का भाग्य खुल सकता है:
सिंह राशि
सिंह राशि वालों के लिए सूर्य और शनि मिलकर काम करेंगे। यह राशि के लोगों के बीच वैवाहिक जीवन में चल रहे मतभेद दूर हो जाएंगे। बिजनेस करने वाले लोगों को एक अच्छा निवेशक मिल सकता है। साथ ही, आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और आपके पास अधिक धन आ रहा है। यात्रा भी संभव है।
मिथुन राशि
30 साल बाद शनि और सूर्य की युति मिथुन राशि के लिए फायदेमंद हो सकती है। करियर में प्रमोशन पाने के लिए आपको समय रहते ही कई महत्वपूर्ण काम मिल सकते हैं। किसी विशिष्ट व्यक्ति की एकल जीवन में एंट्री हो सकती है। इस दौरान आपको समाज में सम्मान मिलेगा और आप आत्मविश्वास से हर काम करेंगे।
मकर राशि
मकर राशि वालों के लिए सूर्य और शनि की युति शुभ हो सकती है। आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी। कार्यक्षेत्र में आप भी प्रशंसा पा सकते हैं। कॉम्पिटेटिव एक्जाम की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के लिए समय अच्छा है। इस समय आप पढ़ाई में व्यस्त रहेंगे। लेकिन आपको अपनी सेहत पर ध्यान देना चाहिए।