किसानों पर आंसू गैस के गोले और पानी की बौछार न करें; भगवान मान की हरियाणा सरकार से अपील

by editor
किसानों पर आंसू गैस के गोले और पानी की बौछार न करें; भगवान मान की हरियाणा सरकार से अपील

CM Bhagwant Maan ने कहा कि बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज पुलिस कार्रवाई में कई किसान घायल हुए हैं। उन्होंने सभी अस्पतालों से घायल किसानों को तुरंत मदद और इलाज देने की मांग की।

पंजाब के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री मान ने हरियाणा सरकार से किसानों को लाठीचार्ज करने की अपील की है। उन्होंने कहा, “मेरी अपील है कि हरियाणा सरकार पंजाब के किसानों पर लाठीचार्ज न करें और उन पर आंसू गैस के गोले व पानी की बौछार न करें।”मान ने कहा कि बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज कई किसान पुलिस कार्रवाई में घायल हुए हैं। उन्हें सभी अस्पतालों से कहा कि घायल किसानों को तुरंत मदद और इलाज दें। उनका कहना था कि पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार किसानों के साथ दृढ़ता से सहयोग करती है।

मुख्यमंत्री मान ने हरियाणा की सीमा के पास के सभी अस्पतालों को तैयार रहने का आदेश दिया है और घायल किसानों को जल्द से जल्द सहायता देने के लिए कहा है। CM मान ने सभी अस्पतालों के डाक्टरों और कर्मचारियों को लगातार संपर्क में रहने का आदेश दिया है। साथ ही, उन्होंने हरियाणा की सीमाओं पर तैनात एम्बुलैंस की संख्या बढ़ाने का आदेश दिया है। वहीं, एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष, ने भी किसान आंदोलन पर बयान दिया। उनका कहना था कि हरियाणा सरकार ने अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे किसानों पर आंसू गैस और पुलिस बल का प्रयोग करके अन्यायपूर्ण कार्रवाई की है। केंद्रीय सरकार को इस पर बहुत सोचना चाहिए।

‘किसानों की मांगों को नजरअंदाज न करे सरकार’

किसानों की मांगों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि कृषि देश की रीढ़ है, डॉ. धामी ने कहा। किसानों को रोकने के लिए पुलिस के प्रयोग की उन्होंने निंदा की। उनका कहना था कि लोकतंत्र में हर किसी को अपनी जायज मांगों को शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने का अधिकार है, इसलिए सरकार को किसानों की समस्याओं का तुरंत समाधान करना चाहिए, न कि उन्हें पीड़ित करके मामले को और उलझाना चाहिए। एसजीपीसी अध्यक्ष ने कहा कि देश के किसान लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन सरकारें उदासीन हैं। भारत के किसानों को देश का ही नहीं बल्कि दुनिया का अन्नदाता कहा जाता है। सरकारों को विचार करने का समय आ गया है अगर ये किसान आज संघर्ष कर रहे हैं।
(अधिकारिक रिपोर्ट के साथ)

You may also like

घर में स्नेक प्लांट लगाने के क्या लाभ होते हैं? ईद के मौके पर ये 5 काम करना न भूलें नारियल पानी में तुलसी के पत्ते डालकर पीना सेहत के लिए है बहुत फायदेमंद शीतला अष्टमी पर इन मंत्रों का जाप करें और रोगों से पाएँ मुक्ति! अजवाइन को दही में मिलाकर खाने के फायदे